विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय अध्यक्ष अषोक सिंहल ने कहा श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन में सम्पूर्ण राजनीति को हिला कर रख दिया। मंदिर निर्माण में एक मात्र बाधक सेक्यूलरवादी हैं। संसद में राम जन्मभूमि निर्माण के निमित्त अगर प्रस्ताव लाया जाता है तो तमाम राजनीतिक दलों में ऐसे सांसद हैं जो इसका समर्थन करेंगे। लेकिन सोनिया गांधी से ऐसा सम्भव नहीं है, क्योंकि वह रोम भक्त हैं राम भक्त नहीं।
श्री सिंहल अयोध्या के रामघाट स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्यषाला का निरीक्षण करने के उपरान्त समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा विगत 4 वर्शो से मंदिर निर्माण का कार्य रूका हुआ था। धन की समस्या सामने थी। अनेक लोग मंदिर निर्माण के लिए व्यक्तिगत रूप से सहयोग के लिए तत्पर थे लेकिन मंदिर निर्माण सम्पूर्ण हिन्दू समाज के सहयोग से होना है। उन्होंने कहा देष के प्रमुख संत-धर्माचार्यो से मिलकर यह निवेदन अवष्य किया जायेगा कि वह इस पुनीत कार्य में भी अपना सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने एक प्रष्न के उत्तर में कहा कि मंदिर निर्माण के लिए विदेषो से दान तथा निर्माण के लिए सोने-चाॅंदी के ईंट प्राप्त किए यह ऐसे लोगों के दिमाग की उपज है जो आध्यात्मिकता एवं राश्ट्रीयता के विरोधी है। उन्होंने एक अन्य प्रष्न के उत्तर में कहा 30 सितम्बर को न्यायिक फैसला आने के बाद हिन्दू समाज का विष्वास और भी दृढ़ हुआ है। उन्होंने कहा राम ने सदैव जोडने का काम किया लेकिन वर्तमान के तथाकथित सेक्यूलरवादी समाज को तोडने का काम कर रहे है। श्रीराम जन्मभूमि के आन्दोलन ने भारत की राजनीति को हिला कर रख दिया। संसद में अगर प्रस्ताव आता है तो मुस्लिम सांसद भी मंदिर निर्माण का समर्थन करेंगे ऐसा मुझे विष्वास है लडाई तो सेक्यूलरवादियों के द्वारा खडी की जा रही है। भारत का प्रधानमंत्री इस देष पर मुस्लिमों का प्रथम अधिकार बता रहे हैं। यह सब वोट बैंक की कुत्सित राजनीतिक का हिस्सा है इससे किसी का भला तो नहीं होगा इस देष का नुकसान अवष्य हो जायेगा। श्री सिंहल ने एक अन्य प्रष्न के उत्तर में कहा सोनिया गांधी रोम की भक्त हैं वह राम की भक्त नहीं इसलिए मंदिर निर्माण के कार्यो में वह रोडा डाल रही है।
उन्होंने कहा अब तक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के वर्तमान कार्यो पर लगभग 20 करोड रूपये का व्यय हो चुका है। षीघ्र ही श्रीराम जन्मभूमि न्यास के सदस्यों के साथ बैठक बुलाई जायेगी और आगे की कार्ययोजना को मूर्त रूप प्रदान किया जायेगा। श्री सिंहल ने राम सेवकपुरम् में स्थित दूसरी कार्यषाला का भी अवलोकन कर उसे षीघ्र चालू करने का निर्देष दिया। इस अवसर पर उनके साथ श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिश्ठ सदस्य व पूर्व सांसद डा.राम बिलास दास वेदान्ती, दिगम्बर अखाडा के महंत और मंदिर आन्दोलन के षिखर पुरूश महंत रामचन्द्र दास परमहंस के षिश्य सुरेष दास, विहिप के संयुक्त महामंत्री चम्पत राय उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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