विधान सभा में नेता विरोधी दल उत्तर प्रदेश विधान सभा श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में प्रदेश के मंत्री जमीनों पर अवैध कब्जे, सत्ता का दुरूपयेाग कर विरोधी को झूठे मुकदमों में फॅसाने और लूट तथा हत्या जैसे कामों में लगे हुए है। सरकार की उल्टी गिनती के दिन शुरू होने से मंत्री नामी बेनामी संपत्ति जुटाने में एक दूसरे से होड़कर रहे है। कई मंत्री लोकायुक्त की जांच में दोषसिद्ध हो चुके है, कईयों की बारी आनेवाली है। इतनी जगहंसाई के बावजूद मुख्यमंत्री कुर्सी का मोह नहीं छोड़ रही हैं।
बसपा सरकार में नम्बर दो की हैसियत वाले मंत्री श्री नसीमुददीन सिद्दीकी भी संपत्ति बटोरने के इस खेल में सबसे आगें है। उनके निर्वाचन क्षेत्र बांदा में करीब 7 लाख वर्ग मीटर की जमीन पर अवैध कब्जा करनेवालों में श्री सिद्दीकी के घर परिवार के लोग भी है। शहर में 470 जगह नजूल जमीनों पर कब्जा किया गया है। जमीनों की इस खरीद फरोख्त में सर्किल रेट की अनदेखी कर काफी स्टाम्प डयूटी की भी चोरी की गई है।
बांदा में जो निर्माण कार्य हो रहे हैं उनमें श्री नसीमुददीन सिद्दीकी के निकटस्थ रिश्तेदारों का ही कब्जा है। ठेकेदारी में उन्हीं का दबदबा है। श्री सिददीकी के साले अपने निजी अंगरक्षक रखते हैं। उनके रिश्तेदारों ने अवैध कब्जों से खूब संपत्ति बटोरी है। सिददीकी के ही बांदा में 8-9 मकान हैं कई कालेजों का स्वामित्व भी उनके घरवालों के पास है। यह आश्चर्यजनक है कि प्राइमरी स्कूल के अध्यापक और मेडिकल अफसर के पास इतनी संपत्ति कहां से आ गई कि वे रातोंरात आलीशान कोठियों के मालिक बन गए? चूॅकि बसपा सरकार के कई मंत्री यही सब करते रहें है और कर रहे हैं इसलिए कब्जाई जमीन को वैध करने के लिए मुख्यमंत्री भी प्रयत्नशील है।
प्रदेश में मुख्यमंत्री ने स्वयं 2007 में सरकार में आने के बाद से अपनी आय से अधिक संपत्ति बटोरी हैं। आलीशान भव्य राजमहल बनवाए हैं। उनके मंत्रियों ने भी कहीं कब्रिस्तान की जमीन हथियाली है और कहीं दबंगई से गरीबों को बेदखल कर दिया है। लूट के इस धंधे का पर्दाफाश लोकायुक्त की जांचों में हुआ हैं। महामहिम राज्यपाल को श्री नसीमुददीन सिददीकी के घोटालों का संज्ञान लेकर उन्हें तुरन्त मंत्रिमण्डल से बर्खास्त करना चाहिए और लोकायुक्त तथा सतर्कता विभाग को स्वतः उनके कृत्यों की जांच शुरू कर देनी चाहिए। इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि मुख्यंमंत्री ने सभी कमाऊ और मलाईदार विभाग श्री सिददीकी को ही क्यों सौंप रखे है? उनमें दोनो की परस्पर साझेदारी क्या हैं ?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com