कृत्रिम कमी पैदा करने वाले तत्वों पर होगी कठोर कार्यवाही
उर्वरक नियन्त्रण आदेश के प्राविधानों एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज होगी
जिलाधिकारी अजय चैहान ने खाद-बीज विक्रेताओं को सचेत किया है कि किसानों को सही समय से मानक के अनुरूप उर्वरक सुलभ करायें । किसी भी दशा में मानक से विचनल न हो। जिस किसी भी व्यक्ति को उर्वरक की बिक्री करें उसका मोबाइल नम्बर अवश्य प्राप्त कर लें ताकि कार्य में पारदर्शिता हेतु काल सेन्टर के माध्यम से सत्यापन भी कराया जा सके। उन्होंने कहा कि उर्वकरकों की कोई कमी नही है। खाद्य सुरक्षा हेतु किसानों को समय से खाद वितरण करायें। उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा करने कोशिश करने वाले तथा जमाखोर तत्वों के विरूद्व कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
जिलाधिकारी आज यहां माथुर वैश्य भवन पर जनपद के उर्वरक, बीज, कृषि रक्षा रसायनों के थोक एवं फुटकर बिक्रेताओं , सहकारी समितियों, य0पी0एग्रो, आदि विभागो के कार्मिकों के लिए आयोजित उर्वरक प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कृषि निवेशों की प्राप्ति एवं भण्डारण की नियमित समीक्षा की जायेगी और सभी व्यवसाइयों एवं संस्थाओं का पता व मोबाइल नम्बर प्राप्त किया जायेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्धारित मूल्य से अधिक दरों पर उर्वरकों की बिक्री करने पर उर्वरक नियत्रंण आदेश 1985 के सुसंगत प्राविधानों एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अन्तर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर प्रभावी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सहकारी समितियों के सचिव/ प्रभारियों को भी कार्य प्रणाली में सुधार हेतु चेतावनी दी ।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी उर्वरक व्यवसाई अपने उर्वरक बिक्री केन्द्रो पर 15 दिन के अन्दर इन्टर नेट कनेक्सन सहित कम्प्यूटर स्थापित कराले ताकि बिक्री केन्द्र को प्राप्त सभी कृषि निवेशों के स्टाफ एवं ब्रिकी की प्रति दिन की सूचना आन लाइन प्रदर्शित की जा सके। उन्होंने मूल्य की सूचना प्रत्येक बिक्री केन्द्र के बोर्ड पर प्रमुखता के लिखवाने के निर्देश दिये।
उन्होंने जैविक उर्वरकों के प्रति किसानों के बढते रूझान की चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को डी.ए.पी. के स्थान पर एन.पी.के. जैविक तथा सूक्ष्म पोषक उर्वरकों के प्रयोग करने प्रेरित करें।
मुख्य विकास अधिकारी आर0 के0 श्री वास्तव ने खेत की मिट्टी की नियमित जांच कराकर ही उर्वरकों के उपयोग हेतु सुझाव देते हुए कहा कि विक्रेताओ का नैतिक दायित्व भी है कि उर्वरकों की उचित मूल्य पर आपूर्ति सुनिश्चित करायें। पुलिस अधीक्षक (ग्रा0) अरबिन्द कुमार ने उर्वरकों के अन्धाधुन्ध उपयोग के प्रति सचेत किया और व्यवस्थित ढंग से सही वितरण की जरूरत बताई।
उप कृषि निदेशक अनिल कुमार तिवारी ने अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्श्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, सहायक निबन्धक सहकारी समितियां, श्रीराम फर्टिलाजर, चम्बल फर्टीलाइचर, टाटा कैमीकल आदि के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखें। आगरा के फर्टिलाइजर डीलर्स एसो0 के अध्यक्ष सुरेन्द्र नाथ गुप्ता तथा एसो0 के सचिव मुकेश अग्रवाल ने कहा कि खाघान्न में आत्म निर्भरता में उर्वरकों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने एसो0 की समस्याओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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