भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि लोकायुक्त की जांचों में लगातार फंस रहे कई मंत्रियों के दोषी पाए जाने व अधिकांश के प्रतीक्षारत रहने के मद्देनजर मुख्यमंत्री को त्यागपत्र दे देना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता एवं सदस्य विधान परिषद हृदयनारायण दीक्षित ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि लोकायुक्त की जांच में दोषसिद्ध मंत्रियों के भ्रष्टाचार के लिए भी मुख्यमंत्री ही दोषी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा आज घोषित 6 हजार 35 करोड़ की 484 परियोजनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री दीक्षित ने कहा कि इतनी मोटी धनराशि की योजनाओं की स्वीकृति विधानमण्डल के बीते सत्र में करनी चाहिए थी। यह घोर वित्तीय अनुशासनहीनता है। सारी घोषणाएं चुनावी हैं और इनका उद्देश्य राजकोष लूटना है। चुनाव सिर पर है। मात्र दो माह के भीतर सरकार इन योजनाओं को पूरा नहीं कर सकती। सारा धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जायेगा। इन योजनाओं की रचना ही लूट के लिए हुई है।
श्री दीक्षित ने कहा कि बसपा सरकार ने पूरे साढ़े चार बरस लूटा है। जाते-जाते भी लगभग साढ़े छः हजार करोड़ रूपये लूटने जा रही है। मुख्यमंत्री पर आय से अधिक सम्पत्ति की सी0बी0आई0 जांच चल रही है। लोकायुक्त प्रशासन की जांच में कई मंत्रियों की कुर्सी खिसक चुकी है। जांच के दायरे में सारी सरकार है। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार घोटालों की सरकार है। पार्टी जागरण यात्राओं में यही सारे मुद्दे आम जनता में ले जा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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