समाजवादी पार्टी के राश्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहाॅ कहा कि महात्मा गाॅधी और स्व0 लाल बहादुर शास्त्री के रास्तें पर चलने का हमें संकल्प लेना चाहिए। नई पीढ़ी को विशेषकर उनसे प्रेरणा और मार्ग दर्शन मिलेगा। उनके जीवन का यह संदेश है कि यदि हमारे अंदर दृढ संकल्प और इच्छाशक्ति है तो कोई भी बाधा आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती है।
श्री यादव आज यहाॅ पार्टी मुख्यालय में गांधी जी और स्व0 शास्त्री की जंयती पर आयोजित सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष विधानपरिषद श्री अहमद हसन, राष्ट्रीय सचिव डा0 मधुगुप्ता तथा उच्च शिक्षा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा0 फिदा हुसैन अंसारी भी मौजूद थे।
श्री मुुलायम सिंह यादव ने कहा कि गाॅधी जी और उनके विचार हिन्दुस्तान की सीमा पार कर दुनिया के सुदूर देशों तक पहुॅच गए हैं। गाॅधी जी वह महापुरूष थे जिनके पीछे पूरा देेश खड़ा हो गया था। गाॅवों में गांधी जी को लोकगीतों में गाया जाने लगा था। उन्होंने देश को आजादी दिलाई जिससे हमें अपने मन की सरकारे चुनने और एम0पी0, एम0एल0ए0 बनाने का अधिकार मिला है। स्व0 शास्त्री जी ने घोर गरीबी में भी अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से पढ़ाई की, देशसेवा में लगे और प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुॅचे।
श्री यादव ने कहा कि गाॅधी जी अपने अंतिम दिनों में निराश हो गये थे। गाॅधी जी गांव को विकास की इकाई मानकर स्वावलंबी ग्राम स्वराज का सपना देखते थे। डा0 लोेहिया और जे0पी0 ने उनका सच्चे मायने में अनुगमन किया था। उन्होंने कहा आज हम गर्व से कह सकते हैं कि समाजवादी पार्टी ने गाॅधी जी का रास्ता अपना रखा है। गाॅधी जी चाहते थे किसान को केन्द्रित कर नीतियाॅ बनें। समाजवादी पार्टी की सरकार ने किसानों को पेशंन तथा अन्य लाभ देने के प्रयास किए थे। बेरोजगारों को भत्ता दिया था। समाजवादी पार्टी की सरकार में उ0प्र0 के किसान पर सबसे कम कर्ज था। आज वह सबसे ज्यादा कर्ज से लदा है। उसे फसल का लागत मूल्य भी नही मिल रहा है। मंहगाई ने उसकी कमर तोड़ दी है।
श्री यादव ने कहा कि पूंजीवादी ताकतें समाजवादी पार्टी के विरूद्ध हैं क्योंकि यही पार्टी है जो गांव, किसान, गरीब, पिछड़े और अल्पसंख्यकों की बात करती है। महिलाओं को सम्मान देती है। नौजवानों को आगे रखती है। उन्होंने राज्य की वर्तमान बसपा सरकार के बारे में कहा कि यह तो प्रारम्भ से ही गाॅधी जी के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग करती रही है। इसमें वर्तमान मुख्यमंत्री भी शामिल रही है। वह अपने को बाबा साहेब अंबेडकर की अनुयायी बताती हैं किन्तु बाबा साहेब ने तो कभी बेशकीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा नहीं कराया था। वे तो दलित समाज को शिक्षित और संगठित करना चाहते थे। मुख्यमंत्री को इससे परहेज है। दलितों और वंचितों का उनके यहाॅ जरा भी सम्मान नहीं है। वे तो अपने मंत्रियों, विधायकों तक से नहीं मिलती हैं। गरीबों का दर्द उन्हें क्या मालूम।
इस अवसर पर सर्वश्री रामकृष्ण यादव, रामशंकर यादव, डा0 अल्पना बाजपेयी, डा0 सुरभि शुक्ला, मो0 एबाद, विजय सिंह यादव, रामसमुझ, हाजी शेर अली, जगदीश प्रसाद मिश्रा, अर्चना राठौर, ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सांसद श्रीमती सुशीला सरोज, रविदास मेहरोत्रा, चन्द्रा रावत, ंश्रीमती सुरेश चैहान, सुशील दीक्षित, राहुल सेन सक्सेना कैलाश साहू, जरीना उस्मानी, शाहीन फातिमा, जगदीप ंिसह यादव, तुलसीराम चैरसिया, अशोक यादव, अशोक यादव देव, हनीफ खाॅ, मुजीबुर्ररहमान बबलू, चन्द्रिका पाल, राधेलाल यादव, मुदस्सिर हसन, राजा चतुर्वेदी ,विवेक साइलस आदि की उपस्थित उल्लेखनीय रही।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com