भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने मुख्यमंत्री सुश्री मायावती द्वारा पत्र लिखकर केन्द्र से अनुसूचित जाति/जनजाति के वर्तमान आरक्षण कोटे को बढ़ाने की मांग को चुनावी स्टण्ट बताया। डा0 मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी डूबती नैया बचाने के लिए पत्र लिखकर अपनी घबराहट को छिपाने का प्रदर्शन कर रही हैं। सुश्री मायावती जी को अब तक लगभग साढ़े चार साल की अवधि में ये मामले याद क्यों नहीं आए ? अब अचानक इन मामलों की याद का मतलब प्रदेश की जनता जानती है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने क हा कि सच तो यह है कि मुख्यमंत्री जी की सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह असफल रही है। डा0 मिश्र ने उदाहरण देकर बताया कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरों की रिपोर्ट ’क्राइम इन इण्डिया 2009’ बताती है कि वर्ष 2009 में देश में दलित उ0प्र0 के सर्वाधिक सताए गए हैं जबकि पिछले साढ़े चार वर्षो में बहिन जी प्रदेश की मुख्यमंत्री है। अकेले वर्ष 2009 में देश भर में अपराध की कुल घटनाओं में सर्वाधिक 22.40 प्रतिशत उ0प्र0 में घटित हुई। सर्वाधिक दलितों की हत्यांए 37.7 प्रतिशत उ0प्र0 में वर्ष 2009 में ही हुई। वर्ष 2009 में ही देश के अन्दर दलितों के साथ बलात्कार की कुल 1346 घटनाओं से 317 (लगभग 23.67) सुश्री मायावती के एक वर्ष के कार्यकाल 2009 हुई। डा0 मिश्र ने आगे बताया कि वर्ष 2009 ही दलितों के अपहरण की कुल 512 घटनाओं में से प्रदेश में 254(49.61) लगभग आधी घटनाएं उ0प्र0 में ही घटित हुई। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों का उदाहरण देकर बताया कि 1 जनवरी से 31 मार्च 2011 के बीच कुल 18,772 मामले देश भर में दर्ज किए गए। जिसमें आधे से अधिक 11091 मामले उ0प्र0 में दर्ज किए गए। इसीतरह दलित मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के साढ़े चार वर्षो के कार्यकाल में दलितों के विरूद्ध आगजनी, मानवाधिकार के उल्लंघन तथा उनकी अन्य मामलों में सर्वाधिक दुर्दशा हुई है।
डा0 मिश्र ने आरोप लगायाकि दलित मुख्यमंत्री के शासनकाल में दलितों के साथ ही देशभर में सर्वाधिक अपराध की घटनाएं सिद्ध करती हैं कि प्रदेश सरकार दलितों की रक्षा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। डा0 मिश्र ने कहा कि भाजपा दलित महासम्मेलन की सफलता तथा भाजपा की तरफ दलितों का झुकाव देखकर मुख्यमंत्री ने इस तरह की मांग हड़बड़ाहट में कर डाली। प्रदेश की जनता अब इन चुनावी स्टण्टों में आने वाली नहीं है। इस चुनावी दौरों तथा पत्रों का असर प्रदेश के जनमानस अब नहीं पड़ रहा है। दौरों से अपराधियों तथा दबंगों को रोक पाना इस सरकार तथा प्रशासन के बस में नहीं है क्योंकि बसपा के विघायक, सांसद, मंत्री तथा पदाधिकारियों के कारनामें प्रदेश के अपराधियों को पे्ररणा दे रहे हेै।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com