भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित दलित अधिकार महा सम्मेलन ने दलितों के वोटों का सौदा करने वाली मायावती पर दलितों के सर्वाधिक शोषण का आरोप लगाया और मायावती को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में अनेक दलित वर्ग के लोगों के गौरवशाली योगदान तथा बलिदान की चर्चा करते हुएकहा कि वर्ष 1804 में अलीगढ़ के उपइया चमार मछली शहर, जौनपुर के बांके जिनके ऊपर उस समय बरतानियां सरकार ने 5000/- का इनाम घोषित कर रखा था, एटा के चेतराम जाटव जिन्होंने 1857 में अपने 10 साथियों के साथ अंगे्रजों के साथ खुला विद्रोह किया था। झांसी की वीरांगना झलकारी बाई, शहीद मंगल पाण्डेय को क्रान्ति की पे्ररणा देने वाले क्रान्तिकारी मातादीन बाल्मीकि जिन्हें बाद में फांसी की सजा हुई। इसी तरह 5 जून 1858 में हुए बिठ्र विद्रोह के विल्लू मेहतर, महवीरी देवी जिन्होंने 22 महिलाओं के साथ अग्रेेजों पर हमला बोला था, पासी राजा गंगा बख्स रावत, रायबरेली के क्रांन्तिवीर वीरापासी हरदोई के मदारी पासी जिनका चिन्ह कमल और रोटी जो एक आंदोलन के जनक थे तथा वीरांगना ऊदा देवी के बलिदान की चर्चा करते हुए कहा कि आप के त्याग और बलिदान के कारण आजादी मिली। उनहोंने कहा कि दलित समाज का गौरवशाली इतिहास है। भाजपा सत्ता में आने पर पाठ्य पुस्तकों की विषय वस्तु में परिवर्तन करेगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के बिना कुछ सम्भव नहीं। श्री सिंह ने मायावती पर आरोप लगाया कि दलितों के नाम पर राजनीति कर मायावती ने दलितों को छला है जबकि भाजपा ने उन्हें तीन बार समर्थन देकर मुख्यमंत्री बनाया तथा सामाजिक समरसता को केवल भाजपा क्रियान्वित कर सकती है।
राष्ट्रीय नेता उमा भारती ने कहा सत्ता बदलने की जिम्मेदारी आपकी व्यवस्था बदलने की जिम्मेदारी हमारी होगी। उन्होंने कहा कि कन्नौज के गुरूसहाॅंयगंज जहां 4 सैनी बच्चों को ट्रक से कुचल जाने पर प्रदर्शन कर रहे विपिन जाटव की पुलिस की गोली से मृत्यु के पश््चात परिवार के लोगों को शव न देकर नदी में फेंक देना और बसपा नेताओं के दबाव में ट्रक ड्राइवर को छोड़ दिए जाने की घटना की चर्चा करते हुए कहा कि जब में गुरूसहाॅंयगंज गई तो घटना को सुनकर इतनी क्षुब्ध हुई कि मैने संकल्प किया कि अब में मायावती को कभी मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगी। साध्वी उमा भारती ने कहा कि मायाराज में दलालों ने मलाई खाई और दलितों को सूखी रोटी मिली। उन्होंने कहा कि अपने स्वाभिमान के लिए दलितों को वोट बैंक की राजनीति से निकलना होगा। उन्होंने कहा कि दलित वर्ग की जेब काटकर माया सरकार ने पत्थरों के हाथी खड़े किए। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि योजनाओं के पैसे से पत्थर की मूर्ति खड़ी की जिनका सर्वाधिक प्रभाव गरीबों पर हुआ। साध्वी ने दलित वर्ग के लोगों से अपील कि जिस दिन पिछड़े और दलित, सामान्य वर्ग की सीटों से जीतकर सदन में आना प्रारम्भ करेंगे उसी दिन उनमें वर्ग के साथ दलित शब्द हट जाएगा और सुराज तथा पं0 दीनदयाल की परिकल्पना साकार होगी।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ्य समाज की रचना के लिए भाजपा सभी के साथ बिना किसी भेदभाव या मदभेद के राष्ट्र निर्माण के लिए कृत संकल्प है। श्री मिश्र ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि, रैदास भगत और व्यास जी, समूची दुनियाॅं को पे्ररित किया उन्होंने कहा कि आर्थिक व्यवस्था का लाभ दलित तथा पिछड़े वर्ग को मिलना चाहिए। दलितों और पिछड़ों की उन्नति कैसे हो ऐसे कार्यक्रम की रचना और क्रियान्वयन भाजपा ने सुनिश्चित किया है। श्री मिश्र ने कहा कि हमने मायावती को इएलिए नहीं बैठाया था कि उनकेराज में सर्वाधिक उत्पीड़न दलितों का होगा। चिन्ता इस बात की है कि आजादी के 65 वर्ष बाद दलित अधिकार सम्मेलन की आवश्यकता पड़ रही है जबकि प्रदेश की मुखिया स्वतः दलित समाज से है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की हालात की चर्चा करते हुए कहा कि आज इन्दिरा आवास और कांशीराम आवास योजना के लिए लोगों को घूस देना पड़ रहा है तथा लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, विधवा, वृद्धा अवस्था पेंशन के लिए लोग मारे-मारे फिर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि दलित वर्ग के लोगों से अधिकार दूर कर समृद्धि की तरफ ले जाने का दृष्टिकोण भाजपा के पास है। गुजरात सरकार के निर्णयों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दलित परिवार के प्रत्येक बच्चा जो विदेश अध्ययन के लिए जाता है उसे 15 लाख की आर्थिक सहायता दिए जाने के कार्यक्रम की चर्चा की। श्री शाही ने अटल सरकार द्वारा सभी को आश्रय उपलब्ध कराए जाने की योजना की चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर से आए दलित वर्ग के लोगों से अपील है कि वे भाजपा को सत्ता में लाए। भाजपा उनके मान,सम्मान,स्वाभिमान, शिक्षा, रोजगार के लिए कार्य करेगी तथा शोषण मुक्त, स्वच्छ प्रशासन देगी।
मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आपका राजधानी में इकट्ठा होना इस बात का संदेश है कि प्रदेश से बीएसपी जाएगी, बीजेपी आएगी। उन्होंने कहा कि दलित वर्ग के 90 फीसदी लोग गरीब और पिछड़े हैं। बाबा साहेब अम्बेडकर ने नगर निगम से लेकर संसद तक संसद में जाने के लिए आरक्षण दिया था। सभी पार्टिया आज पैसा लेकर उम्मीदवारी तय कर रहे हैं। बीजेपी केवल एक ऐसी पार्टी है जो समाज में सक्रियता के आधार पर लोगों की उम्मीदवारी तय करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग दोनों हाथों से दानव की तरह जनता को लूट रहे हैं। उ0प्र0 में उनका एक हाथ सपा है तो दूसरा बसपा और यह दोनों मिलकर कांगे्रस के लिए काम करते हैं। उनसे सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आरक्षित वर्ग के सबसे अधिक लोग भाजपा के टिकट पर चुने जाते हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता रामनाथ ने कहा कि मायावती के शासनकाल में दलित अधिकारों का जो हन्न हुआ उसके लिए यह सम्मेलन बुलाने की आवश्यकता पड़ी। बसपा सरकार ने अत्याचारियों को संरक्षण दिया और मायावती जाटों और मुसलमानों के आरक्षण के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखती हैं कि लेकिन अनुसूचित वर्ग के पदोन्नति में आरक्षण का आधा कोटा भी पूरा नहीं करती। श्री कोविन्द ने कहा कि मायावती अम्बेडकर के अनुयायी होने का केवल ढकोसला करती हैं क्योंकि बाबा साहेब मुसलमानों को आरक्षण देने के शक्त खिलाफ थे।
सम्मेलन को जिन प्रमुख लोगों ने संबोधित किया उनमें पूर्व मंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रमापति शास्त्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय सचिव अशोक प्रधान, पूर्व सांसद, विद्यासागर सोनकर, पूर्व सांसद पूर्णिमा वर्मा, सूर्या फाउण्डेशन के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीराम चैहान, पूर्व विधायक एवं मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवपूजन पासवान, बहराइच की सावित्री फूले, प्रशिक्षण सहप्रभारी शांतप्रकाश, प्रदेश मंत्री राजेन्द्र कुमार, अनुसूचित मोर्चे के राष्ट्रीय महामंत्री दिवाकर सेठ, मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश रतन, प्रदेश मंत्री निर्मला पासवान और गोपाल अलबेला ने अपनी गीत से सम्मेलन को संदेश दिया। सम्मेलन में आए प्रमुख लोगों में चुनाव प्रभारी संजय जोशी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केसरीनाथ त्रिपाठी, डा0 रमापति राम त्रिपाठी, प्रदेश महामंत्री विन्ध्यवासिनी कुमार और नरेन्द्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह सिरोही, विधान परिषद रामनेरश रावत, विधायिका कृष्णा राज, मोर्चे के प्रदेश महामंत्री राजकिशोर वर्मा शामिल थे। सम्मेलन की अध्यक्षता मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सांसद भानु प्रताप सिंह वर्मा तथा संचालन मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष गौतम चैधरी ने किया।
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भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित दलित अधिकार महा सम्मेलन में आज एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने बताया कि आठ सूत्रीय प्रस्ताव भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रामनाथ कोविन्द द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसमें कहा गया है कि भाजपा सरकार में आने पर इन प्रस्तावों को लागू करेगी:-
1. वाल्मिकी जयन्ती पर राजकीय अवकाश घोषित करना।
2. सरकारी नौकरियों में रिक्त आरक्षित पदों को प्राथमिकता के आधार पर निश्चित समय में 23प्रतिशत जनसंख्या के अनुपात में आरक्षित पदों को पूर्ण करेंगे।
3. नागरिक सेवा गारण्टी कानून को बनाएंगेे जिसके अन्तर्गत अनुसूचित जातियों के जन्म प्रमाण‘-पत्र, जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बी0पी0एल0 कार्ड, छात्रवृति को निश्चित समय सीमा में उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे। यदि कोई सरकारी कर्मचारी इसका उल्लघन करताह ै तो उसे आर्थिक जुर्माना देना होगा।
4. दलित उत्पीड़न के कानून को शक्ति से लागू करेंगे। ताकि प्रदेश में अनुसूचित जातियों पर होने वाले उत्पीड़न को रोका जा सके।
5. विशेष घटक योजना हेतु आवंटित धनराशि के दुरूपयोग अथवा अन्य मदों पर खर्च करने जैसा प्रकरणों पर पूरी तरह रोक लगाऐंगे।
6. अनूसूचित वर्ग के अंतर्गत आने वाली सभी जातियों के बगैर किसी भेदभाव के सबके अधिकारों को पूर्ण संरक्षण देंगे।
7. असंगठित क्षेत्र के कार्य करने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को असंगठित मजदूर, सामाजिक सुरक्षा, अधिनियम 2008 के अंतर्गत पूर्ण लाभ मिले ऐसा प्रयास करेंगे।
8. अनुसूचित जाति के भाई जो अपने पुश्तैनी कार्यो को कर रहे हैं। मायावती की नीतियों के कारण बड़े पैमाने पर युवक बेराजगार हो रहे हैं। उनके परिवार उजड़ रहे हैं। भाजपा उनके रोजगार व सृजन हेतु कृत संकल्प है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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