समाजवादी पार्टी के प्रदेष प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के हवाई दौरे फिर षुरू हो गए हैं। विगत साढ़े चार साल में अपने दौरों में उन्हेांने करोड़ों रूपये फूंक दिये। हर दौरें में अफसरों को सुधर जाने की सख्त चेतावनियां दी। लेकिन न तो अफसर सुधरेे और नहीं हालात सुधरे। कानून व्यवस्था पर हर समीक्षा बैठक के बाद अपराधों में और वृद्धि होती रही है। जब मुख्यमंत्री का एकसूत्री कार्यक्रम अवैध उगाही कराना हो तो अफसरों पर कोई दबाव कैसे हो सकता है। अब तो प्रदेष में इसलिए मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर लेखपाल स्तर तक लूट और वसूली जारी है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री सहित उनके भ्रश्टाचार में षामिल अफसरों को भी चिन्हित कर कड़ी सजा दी जायगी।
आज पूर्वान्चल के दौरे पर निकली मुख्यमंत्री सिर्फ पिकनिक मनाने गई हैं। बाढ़ के दृष्य हवाई जहाज से देखकर वे अपना मनोरंजन तो कर सकती है परन्तु बाढ़ की आपदा से कराहते-तड़पते लोगों का दर्द नहीं समझ सकती हैें। बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बीमारियाॅ फैलने का पूरा अंदेषा है। बाढ़ से घिरे लोगों को षुद्ध पेयजल भी नहीं मिल रहा है। स्थानीय प्रषासन राहत पहुॅचाने में रूचि नहीं ले रहा है। सबसे बुरी दषा तो जानवरों की है। उन्हें चारा पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे मवेषी मर रहे हैं। हवा में उड़ते हुए वे अपने अफसरों की लापरवाही, भ्रश्टाचार एवं संवेदनहीनता का भी परिचय नहीं पा सकती हैं। हाॅ इसके बाद उन्हें केन्द्र सरकार को ‘बाढ़ के नाम पर ही कुछ दे दे’ वाला पत्र लिखने का मौका और बहाना जरूर मिल जाएगा।
पूर्वान्चल बाढ़ग्रस्त तो है ही वहाॅ जापानी बुखार - इंसेफलाइटिस का भी जोर है। मुख्यमंत्री को अपने जमाने में पूर्वान्चल की दुर्दषा जानने की इच्छा होती तो वे वहाॅ के अस्पतालों में भर्ती दिमागी बुखार से पीड़ित बच्चों को देखने जाती, उनके परेषान हाल अविभावकों से मिलकर उनका दर्द जानती।
मुख्यमंत्री वहाॅ जाकर जनसाधारण से मिलती तो पता चलता कि लचर कानून व्यवस्था के चलते कितना असंतोश है। सलेमपुर देवरिया में एक पाॅच साल के बच्चे को पेड में बाॅधकर पिटाई की गई तो पुलिस उसकी लीपापोती में लग गई। महाराजगंज में एक लड़की के बयान के दौरान एस0डी0एम और लड़की के पिता के विवाद ने इतना उग्र रूप लिया कि लड़की के पिता की मौत हो गई। जनता ने जब घटना पर अपना विरोध जताया तो पुलिस ने लाठियाॅ भांजी। पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का यह बसपाई तरीका है।
सच तो यह है कि मुख्यमंत्री को प्रदेष के प्रषासन को चुस्त दुरूस्त बनाने और जनसमस्याओं के निराकरण में कोई दिलचस्पी नहीं है। वे अपनी पत्थर की मूर्तियाॅ लगवाने और जहाॅ कही से मिले मोटा कमीषन वसूलने में ही सारी षक्ति लगाती रही हैं। इसलिए प्रषासन तंत्र बेलगाम है। मुख्यमंत्री दिखावे के तौर पर और अफसरों के भयादोहन के लिए ही दौरों का नाटक करती हैं। इस तरह वे सरकारी खजाने को फूंकने और अपनी झूठी षान दिखाने की कोषिष करती हैं। समाजवादी पार्टी की माॅग है कि उनके अब तक के हवाई दौरों पर खर्च रकम का व्यौरा सरकार सार्वजनिक करें अन्यथा समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर इस फिजूलखर्ची का हिसाब लेकर उनसे वसूली की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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