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नेता विरोधी दल उत्तर प्रदेष विधानसभा श्री षिवपाल सिंह यादव की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु

Posted on 29 September 2011 by admin

1.    उत्तर प्रदेष में इस समय फास्फेटिक उर्वरकों की अत्याधिक कमी हो गयी है। इस कमी का प्रमुख कारण उ0प्र0 षासन के कृशि उत्पादक आयुक्त का आदेष संख्या-3082/12-2-2001 एफ 47/09 दिनांक- 12 अगस्त, 2011 है जिसके द्वारा उन्हेांने प्रीपोजिषनिंग में प्राप्त डी0ए0पी0 एवं एन0पी0के0 उर्वरकों को किसी भी दषा में अवमुक्त करने पर रोक लगाने संबंधी आदेष समस्त मण्डलायुक्तों एवं समस्त जिलाधिकारियों को जारी कर दिया है।
उर्वरकों की बड़े पैमाने पर कमी होने के कारण किसानों को उर्वरक मिल ही नही पा रही है। कुछ बड़े किसानेां के0एन0पी0 के उर्वरक 450 से 500 रूपए एव डी0ए0पी01200 से 1500 रूपए ब्लैक में खरीदनी पड़ रही है। पिछले छः महीनों में ही सरकार द्वारा डी0ए0पी0 के दाम 502 रूपए से बढ़ाकर 910 रूपए प्रति बोरी (लगभग 408 रूपए की वृद्धि) यूरिया के दाम 278Û50 रूपए बोरी से बढ़ाकर 296 रूपए एन0पी0 के0 के दाम 435 रूपये से बढ़ाकर 703 रूपए हो गए हैं।
एक तरफ सरकार द्वारा उर्वरकों के दाम में 06 माह में ही लगभग दूगनी वृद्धि कर कर दी गयी है किन्तु धान का समर्थन मूल्य वर्श 2010-11 में 1000 हजार था जो कि 2011-12 में मात्र 80 रूपये बढ़कर 1080 इसी प्रकार से गेहंू का समर्थन मूल्य 2010-11 में 1100 रूपये प्रति कुन्तल था जो 2011-2012 में मात्र 20 रूपये बढ़ाकर 1120 रूपये प्रति कुन्तल कर दिया गया। फसल की लागत लगातार बढ़ने के कारण किसान बर्बादी की कगार पर पहुॅच गया है।
2.    मुसलमानों, गरीबों सवर्णो, जाटों को आरक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री पत्र लिख रही हैं यदि वह इस मामले  मंे गंभीर होती तो 04 वर्शों की सरकार के दौरान वह विधानसभा में इस विशय पर प्रस्ताव लाकर उस पर चर्चा करवाती, उसे पारित करवा कर केन्द्र सरकार को भेजती। पत्र लिखना उनका चुनावी स्टंट से ज्यादा ओर कुछ नहीं है। यदि मुख्यमंत्री गंभीर है तो तुरन्त विधानसभा का सत्र बुलाकर इस पर चर्चा करवाकर उसे पारित कराए एवं पिछड़े वर्ग के आरक्षण का कोटा 27 प्रतिषत से ज्यादा बढ़ाए।
3.    चुनाव नजदीक आते देख, प्रषासनिक आधिकारियों की बैठक कर मुख्यमंत्री द्वारा भ्रश्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही की बात करना हास्यास्पद है। बसपा सरकार के पूरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री एवं उनके मंत्रियों तथा चहेते अधिकारियों द्वारा सिवाय भ्रश्टाचार के और कोई कार्य नही ंकिया गया। बसपा सरकार में सिपाही से लेकर डी0जी0पी0 तक एवं लेखपाल से लेकर वरिश्ठ प्रषासनिक अधिकारियों द्वारा खुलेआम भ्रश्टाचार किया गया तथा भ्रश्टाचार की काली कमाई की धनराषि सीधे मुख्यमंत्री तक पहुॅचायी गयी। अभी हाल ही में जनपद- चन्दौली में ट्रक चालकों द्वारा पुलिस/परिवहन के कर्मचारियों द्वारा वसूली की धनराषि न देने के कारण एक ट्रक चालक की पुलिस द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी।

सरकार के मंत्री श्री अवधपाल सिंह यादव एवं श्री राजेष त्रिपाठी पर लोकायुक्त द्वारा भ्रश्टाचार के आरोपों की पुश्टि किए जाने के बाद सरकार से हटाने के लिए मुख्यमंत्री को मजबूर होना पड़ा। कई मंत्रियों एवं बसपा के विधायकों के विरूद्ध भ्रश्टाचार की जाॅच लोकायुक्त महोदय के यहाॅ चल रही है। रोजाना बसपा सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों के भ्रश्टाचार के प्रकरण जनता के सामने आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा पाॅचवी बार अपनी एवं कांषीराम की प्रतिमा का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस बार उनके द्वारा अपनी प्रतिमा एवं उसके आस पास कंास्य की धातु का आवरण लगवाया जा रहा है जो कि जनता के पैसे की खुलआम बर्बादी एवं लूट है।
4.    बलात्कार, हत्या, भ्रश्टाचार के दोशी विधायकों/सांसदों को बसपा द्वारा पार्टी से निकाला जाना ढोंग हैं। लगभग साढे़ चार वर्श के कार्यकाल में यही विधायक सांसद मुख्यमंत्री के इषारे पर भ्रश्टाचार एवं अपराध कर काली कमाई मुख्यमंत्री तक पहुॅचाते थे तब मुख्यमंत्री उनको महिमा मण्डित कर रही थीं। अब जब चुनाव आया तो उनकेा पार्टी से निकाल कर अपने को पाक-साफ साबित करना चाहती हैं। जनता अब उनके बहकावे में आने वाली नहीं है।
5.    राज्य कर्मचारियों की लगभग दो वर्शो से प्रोन्नति न होने के कारण उनमें आक्रोष व्याप्त है। मुख्यमंत्री के राज में आई0ए0एस0, आई0पी0एस0, एसोसियेषन की वार्शिक बैठकें भी नहीं हो सकी हैं।
6.     बाढ़-बीमारी से प्रदेष आक्रांत है। पूर्वान्चल में बाढ़ से तबाही है। तीन दर्जन से ज्यादा मौते हो गई हैं। खेतों में खड़ी फसल चैपट हो गई है। पूर्वांचल में राहत के नाम पर मात्र        02 करोड़ रूपये और मृतक आश्रितों को 1-1 लाख रूपए की मदद अमानवीयता की हद है। पूर्वान्चल सहित पूरे प्रदेष में जापानी दिमागी बुखार में इस साल हजारों लोगों की मृत्यु हो चुकी हैं। अभी तक उचित इलाज की व्यवस्था नहींे हो पाई है।

उर्वरकों की बिक्री दरें

उर्वरक    अप्रैल, 2011    मई, 2011     सितम्बर, 2011    आज

डी0ए0पी0    रूपये 502    रूपये 605 रूपये 765    रूपया 910
यूरिया    रूपये 278     रूपया 296
एन0पी0के0    रूपये 435    रूपया 563 रूपया 703

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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