आदर्श राष्ट्रीय विकास पार्टी ने पूरे उत्तर प्रदेश में एक साथ पदयात्रा शुरू की। ‘‘राजनीति नहीं, सेवानीति’’ के नारे के साथ सूबे में परिवर्तन के लिए लोगों ने इस महत्वपूर्ण आन्दोलन को गति प्रदान की। उत्तर प्रदेश राज्य में नाक में दम करने वाले अन्याय का आम आदमी और हमारे भविष्य के बच्चों पर इसके परिणामों को देखते हुए एआरवीपी ने एक तत्काल मांग ‘‘सभी के लिए न्याय’’ को उठाया है।
गाँवों के स्कूल की स्थिति इतनी दयनीय क्यों है, इन स्कूलों में न तो शिक्षक और न ही छात्र हैं? गाँवों के नलकूप क्यों सूखते जा रहे हैं, जबकि शहरों में यह ज्यादा बेहतर है? प्रगति के लिए समान अवसर कहाँ है? किसान अपने फसलों को बेचने, बीज और उर्वरक प्राप्त करने के लिए बिचैलियों की दया पर निर्भर क्यों है? आम आदमी को वोट से लेकर सरकारी योजनाओं, सभी के लिए प्रभावशाली व्यक्तियों की जेबें भरनी पड़ती है, ऐसा शोषण क्यों? क्या उत्तर प्रदेश में मानव जीवन की कोई मूल्य नहीं है? किसानों की भूमि का बड़ा हिस्सा धोखे से हासिल कर ली और इसके लिए हमारे किसान भाई जब आंदोलन करते हैं तो गोली मार दी जाती है। क्या राज्य में मानव जीवन के लिए स्वास्थ्य सेवा का कोई मूल्य रहा है? किसानों को उनकी समस्याओं का निवारण न होने के कारण वे आत्महत्या करने को विवश हैं, उनकी चीख को सुनने वाला कौन है? क्या उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए कोई मूल्य नहीं है जो कि राज्य में बालात्कार के मामले बढ़ते जा रहे हैं?
यहाँ सभी जगह राज्य में ‘सभी के लिए न्याय’ की आवाज सुनाई पड़ रही है और हमें राज्य को हमेशा के लिए भ्रष्ट और उत्पीड़कों के हाथों में जाने से पहले अवश्य ही एक साथ कार्य करने चाहिए।
आदर्श राष्ट्रीय विकास पार्टी के कार्यकत्र्ता आम आदमी की समस्याओं को जानने के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में जाऐंगे और बेहतर उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए लोगों को एकजुट करेंगे। राज्य की एकता के साथ खड़े रहने के लिए और ‘‘उत्तम प्रदेश’’ के कारणों को पता करने के लिए नेताओं की खोज जारी है।
उद्देष्य
जैसा कि हम नए उत्तर प्रदेश की निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं, हमारा यह भी मानना है कि कोई भी विचारधारा सरकार के कामकाज के पीछे के सिद्धांत के रूप में सहानुभूति के साथ निम्नलिखित तीन-आयामी न्याय दृष्टिकोण की तुलना से अधिक नहीं है:-
1) कानून के तहत हमारे राज्य के प्रत्येक नागरिक या निवासी को समान न्याय
2) वास्तविक आवश्यकताओं के आधार पर राज्य के संसाधनों का जाति, धर्म और क्षेत्र का ध्यान न देते हुए समान वितरण न्याय प्रणाली
3) स्वास्थ्यकर न्याय, जिसमें मानव और सामग्री दोनों अपनी क्षमता के अनुसार कार्य करने के लिए तत्पर हों। अनुचित रूप से नष्ट, क्षतिग्रस्त संसाधनों और अप्रतिष्ठित कार्यों को पुनःबहाल करने की जिम्मेदारी सरकार की है। इसे न्यायसंगत और भेदभाव रहित तरीके से किया जाना चाहिए।
’ना जातिनीति, ना धर्मनीति, सिर्फ ईमानदारी के साथ सेवानीति (नो कास्ट, नोट रीलीजियन, बट सर्विस विद इन्टैग्रीटी) पर आधारित यह आन्दोलन उत्तर प्रदेश की पूर्व गौरव को पुनःबहाल करने के लिए है। आदर्श राष्ट्रीय विकास पार्टी (एआरवीपी) की इस आन्दोलन को पिछले 3 सालों से आम लोगों का सहयोग प्राप्त है। इस आन्दोलन के साथ एआरवीपी ने आम लोगों और उनके ओर से बाहुबल और पैसे के बल से नहीं, बल्कि राजनीति नहीं, सेवानीति की भाव से कार्य करने की प्रतिज्ञा की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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