संजरपुर, आजमगढ़ - सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और न्यायिक सांप्रदायिकता की राजनीति के खिलाफ आयोजित राष्ट्रीय मानवाधिकार जनसम्मेलन में शिरकत कर रहे वरिष्ठ पत्रकार अजीत साही और मानवाधिकार नेता महताब आलम ने संजरपुर ग्रामवासियों से मुलाकात की।
तहलका के वरिष्ठ पत्रकार और मुंबई के टीवी नाइन चैनल के हेड रह चुके अजीत साही ने कहा कि आतंकवाद के नाम पर आजमगढ़ के आम नागरिकों को जिस तरह से आतंकित किया गया है वो मानवाधिकार हनन का गंभीर मसला है। यह बात ऐसे दौर में और मौंजू हो जाती है कि जब यूपीए सरकार अमेरिका की तर्ज पर आतंकवाद से लड़ने के नाम पर पूरे मुस्लिम समाज को निशाना बना रही है। इसलिए सरकार इंडियन मुजाहिदीन जैसे कथित आतंकी संगठनों पर श्वेत पत्र जारी करने से भाग ही नहीं रही है बल्कि किसी भी आतंकी घटना की निष्पक्ष जांच कराने से भी कतरा रही है। उन्होंने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन नाम का कोई संगठन है भी की नहीं यह जांच का विषय है। जिसकी आड़ में सरकार मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाने का खेल खेल रही है। ऐसे में अगर आतंकवाद से लड़ना है तो पिछले दस सालों में हुई आतंकी वारदातों पर एक जांच कमीशन का सरकार गठन करे। नही ंतो आतंकवाद के नाम पर हो रही इस राजनीति में आम आदमी ही शिकार बनेगा।
कार्यक्रम के संयोजक मसीहुद्दीन संजरी और तारिक शफीक ने बताया कि सम्मेलन को लेकर पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है कि सरकार इंडियन मुजाहिदीन पर श्वेत पत्र जारी करे, हकीम तारीक और खालिद की गिरफतारी पर गठित आरडी निमेष जांच आयोग की रिपोर्ट का क्या हुआ सरकार जवाब दे, पिछले दस सालों में हुई आतंकी वारदातों की जांच के लिए जांच आयोग का गठन करे, राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर बनाए गए काले कानूनों को रद्द करे समेत अनेक मागों को लेकर यह सम्मेलन हो रहा है।
सम्मेलन के प्रमुख वक्ता सुभाषिनी अली पूर्व सासंद और लेखिका, नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ी अरुन्धती ध्रुव, वरिष्ठ अधिवक्ता और मानवाधिकार नेता मो0 शुएब, अजीत साही, अयोध्या के महंत युगल किशोर शरण शाष्त्री, जल्द ही उत्तराखंड के जेल से रिहा हुए वरिष्ठ पत्रकार और मानवाधिकार नेता प्रशांत राही, महताब आलम, चितरंजन सिंह, एसआर दारापुरी, फौजिया इस्लाम, वंदना मिश्रा, सुनील सहस्त्रबुद्धे होंगे।
कार्यक्रम के प्रचार अभियान को संचालित कर रहे सालिम दाउदी, रवि शेखर और शाहनवाज आलम ने बताया कि फूलपुर, सरायमीर, फरिहा, दाउदपुर, इसरौली, छाउ मोड़ समेत दर्जनों गावों और कस्बों में सम्मेलन की कामयाबी के लिए प्रचार अभियान चलाया गया है।
सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए देशभर से मानवाधिकार नेता और कार्यकर्ता संजरपुर पहुंचने लगे हैं। जिसमें प्रमुख रुप से महाराष्ट्र से लक्ष्मण प्रसाद, ऋषि कुमार सिंह, रवि राव, अंशुमाला सिंह, एकता सिंह समेत दर्जनों लोग पहुंच चुके हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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