पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को लगा जोर झटका
मुमुक्षु आश्रम शाहजहांपुर में अनेक शिक्षण संस्थाओं व आश्रम की गतिविधियों से जुड़ी साध्वी चिदर्पिता के आश्रम छोड़कर जाने से शहर में अटकलों का बाजार गर्म है, पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री व मुमुक्षु आश्रम आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी चिन्म्यानंद सरस्वती की शिष्या साध्वी चिदर्पिता बीते लगभग 10 दिनों से अचानक बोरिया बिस्तर समेट कर यहां से चली गई।
क्षेत्र में चर्चा है कि साध्वी बदायूं जनपद की बिल्सी सीट से चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है।जिसका विरोध उनके गुरू स्वामी चिन्म्यानंद कर रहे थे, अपनी इसी योजना के अन्र्तगत साध्वी ने बिल्सी विधान सभा क्षेत्र में हजारों पोस्टर व होर्डिग्स जन्माष्टमी की शुभकामनाओं के साथ लगवाये थे। राजनीति को ध्यान में रखते हुए उन्होेंेने कुछ अपने पंूर्व नाम कोमल गुप्ता (साध्वी चोला ग्रहण करने से पूर्व) के नाम से तथा कुछ पोस्टर व होर्डिग्स साध्वी चिदर्पिता के नाम से लगवाये थे, इन पोस्टरों व होर्डिग्स में अपना सम्पर्क सूत्र मुमुक्षु आश्रम शाहजहांपुर छपवाया था, जिससे उनके गुरू काफी क्रोधित हो गये थे, और इसी मुद्दे को लेकर दोनों के बीच कई दिनों तक तकरार होती रही, यह मामला इतना तूल पकड़ा कि वह अपना सामान लेकर यहां से चली गयीं।
कहां गई और कैसे गई यह किसी को नहीं मालूम, चर्चा है कि वह आश्रम का कई करोड़ रूपये लेकर चम्पत हुई हैं जिसमें लाखों रूपये की नकदी व जेवरात है। लाॅ कालेज व शंकर मुमुक्षु विद्यापीठ की प्रधानाचार्या होने के नाते उनके पास काफी नकद पैसा रहता था वह लाॅ कालेज की पदाधिकारी भी थीं। बताया जाता है कि उन्हें कुछ भाजपा व संघ के नेताओ ने आश्वस्त किया हुआ है कि वह उन्हें बिल्सी से भाजपा का पार्टी टिकट दिला देंगे, इधर साध्वी ने गुपचुप बिल्सी विधानसभा क्षेत्र का कईबार दौरा भी किया था।
यह भी सुना जा रहा है कि साध्वी बरेली व बिल्सी के साथ - साथ दिल्ली ़क्षेत्र में आजकल प्रवास कर रही हैं उन्हें यह भय है कि स्वामी चिन्म्यानंद जैसा व्यक्तित्व भाजपा टिकट मिलने में बाधा उत्पन्न कर सकता है, बताया जाता है कि साध्वी ने जिस प्रेस वाले से अपने पोस्टर व होर्डिग्स छपवाये थे, उसका पेमेन्ट न होने से वह भी काफी परेशान है यह प्रेस वाला आश्रम की छपाई का काम करता है जिसे साध्वी अपने देखरेख में करवाती थीं।
साध्वी के फरार हो जाने के बाद जब इस सम्बन्ध में पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्म्यानंद से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल निरंतर स्विच आफ चल रहा है। साध्वी के गायब होने की चर्चा पूरे जनपद में है लोग तरह - तरह के कयास लगा रहे है। कितना धन लेकर वह फरार हुई हैं इस बात पर भी अनेक मत है कोई इस रकम को करोड़ो में बता रहे हैं तो कुछ लोग लाखों में बता रहे हैं। साध्वी की इस करतूत से आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्म्यानंद सरस्वती काफी सदमें हैं और उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर रखा है।
उल्लेंखनीय है, कि साध्वी आश्रम द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थाओं में पदाधिकारी होने के साथ - साथ अनेक सामाजिक, सांस्कृृतिक व साहित्यक संस्थाओं से जुड़ी थीं तथा नगर में अनेक आयोजनों में मुख्य अतिथि के रूप में भी भाग लेती थीं। इससे एक ओर जहां आश्रम की शान बढ़ी हुई थी वहीं साध्वी का नाम भी दिनों दिन चमक रहा था, लेकिन उनके इस कृत्य से आश्रम की छवि तो धूमिल हुई ही है साथ में पूर्व केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की साख पर भी बट्टा लग गया है। देखना यह है कि साध्वी अपने लिये बिल्सी सीट से टिकट ले पाती है या नहीं या फिर स्वामी चिन्म्यानंद उनकी राह में कोई रोड़ा अटका सकते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com