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राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित जनपदों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु 13 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की

Posted on 28 August 2011 by admin

जिलाधिकारियों को अहेतुक सहायता हेतु  टी0आर0-27 से धनराशि आहरित करने के निर्देश
प्रदेश के 84 जिलों में 3,168 गांवों की 24,42,213 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित

प्रदेश के राहत आयुक्त श्री के0के0 सिन्हा ने बताया कि प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित जनपदों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु राज्य सरकार ने 13 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की है साथ ही जिलाधिकारियों को अहेतुक सहायता हेतु धनराशि की आवश्यकता होने पर टी0आर0-27 से आहरित करने के निर्देश भी दिये गये हैं, जिसकी प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा तीन दिन के अन्दर कर दी जाती है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 27 जनपद बाराबंकी, बहराइच, फैजाबाद, गोण्डा, फर्रूखाबाद, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, सीतापुर, बलिया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अलीगढ़, गोरखपुर, शाहजहांपुर, उन्नाव, कांशीराम नगर, अम्बेडकर नगर, बंदायू, हरदोई, कन्नौज, बरेली, गाजीपुर, जे0पी0नगर एवं बस्ती मुख्य रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में जिलों की कुल 84 तहसीलों के 3,168 गांवों की 24,42,213 जनसंख्या प्रभावित हुई।
श्री सिन्हा ने बताया कि अब तक बाढ़, अतिवृष्टि एवं आकाशीय विद्युत के कारण 115 व्यक्तियों की तथा 90 पशुओं की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश में बाढ़ से 3.49 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। बाढ़ एवं जल प्लावन से प्रदेश में अब तक 2680 मकान पूर्णतया तथा 6500 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जनपदों में 210 राहत शिविरों में 59670 व्यक्तियों को शरण दी गयी है। 114 पशु शिविरों में 25 हजार पशुओं को रखा गया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारियों को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 54 मेडिकल टीमों के माध्यम से लोगों का उपचार एवं दवायें वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। अब तक स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से 35 हजार व्यक्तियों का उपचार भी किया जा चुका है। पशु शिविरों के माध्यम से पशुपालन विभाग के चिकित्सकों द्वारा प्रभावी क्षेत्रों में संक्रामक रोगों से बचाव हेतु भ्रमण कर जानवरों में टीकाकरण किया जा रहा है।
राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों में भोजन के पैकेट, चावल, आटा, दाल, आलू, नमक, गुड़, मिट्टी का तेल, लइया-चना, क्लोरीन की गोलियां, ओ0आर0एस0 के पैकेट तथा मच्छरदानी इत्यादि का वितरण भी किया जा रहा है। राहत शिविरों के प्रभारियों को राहत सामग्री वितरण में पारदर्शिता एवं ‘कोई भी प्रभावित व्यक्ति छूटने न पाये’ का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत कार्य हेतु 14 कम्पनी पी0ए0सी0 तथा एन0डी0आर0एफ0 की 03 टीमें तैनात की गयी हैं। बाढ़ राहत कार्य में 2700 से अधिक नावें लगायी गईं हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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