जिलाधिकारी एके सिंह राठौर ने दो अगस्त को एक उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन कर तीन दिन की समयावधि निर्धारित कर लगभग 50 लाख रूपए के घपले की जंाच रिपोर्ट देने के आदेश जंाच कमेटी को दिया था परंतु आज 21 दिन होने केे बाद भी जांच शुरू नहीं हो पाई। गौरतलब है 2005 से 2009 के बीच अहिरोरी ब्लाॅक की विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्कूल भवन बाउण्ड्री वाल किचनशेड, आदि का निर्माण निर्धारित धनराशि को निर्माण प्रभारियों ने दी गई धनराशि को खातों से निकालकर बंदरवाट कर लिया था। शिक्षा विभाग की जांच में इस बड़े घपले का पता चला तो बीएसए सियाराम निर्मल ने धनराशि रिकवरी हेतु निर्माण प्रभारियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करवानें का अनुरोध जिलाधिकारी से किया। परंतु उसमें में जेई और एबीएसए को निकाल दिया गया था। डीएम ने विभागीय संस्तुति पर जांच रिपोर्ट पर पुनः जंाच करने और पुनः परीक्षण करने का आदेश देकर एक टीम का गठन कर दिया। टीम में सिटी मजिस्ट्रेट और आईएस के अभियंता को भी शामिल किया गया। सिटी मजिस्ट्रेट का स्थानांतरण हो गया और प्रभावशाली दोषी सिद्ध न हो जाए इसलिए जांच अभी तक शुरू ही नहीं की गई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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