लगातार पानी बढ़ने के कारण जहां पूरे जनपद मंे हाहाकार मचा हुआ है वहीं गर्रा के उफान पर पहुंचने के कारण पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया। वहीं खन्नौत नदी में बढ़ रहे जलस्तर के कारण पानी ने लोदीपुर सहित शहर के निचले भागों मंे पानी ने अपना जमाव कर लिया है। जिससे लोगों ने अपने अपने घर छोड़ दिये हैं तथा अधिकांश मोहल्लेवासी छतों पर पहुंचकर टैण्ट लगाकर अपना गुजर बसर करने को मजबूर हैं। वहंी नगर अधिकांश निचले मोहल्लों के मार्गों पर पानी तेज धार के साथ बह रहा है वहीं नगर पालिका प्रशासन लगातार उक्त मोहल्लों का जायजा ले रहा है।
मिर्जापुर क्षेत्र में लगातार रामगंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण पानी ने पूरे क्षेत्र में त्राहि-त्राहि मचा रखी है वहीं नगर सहित थाना प्रांगण चिकित्सालय व विद्यालयों सहित ग्राम सिगाह पहाड़पुर, कुनिया पापड़ावरू, कालिका, पहरूआ, बीघापुर, हरिहरपुर, औरंगाबाद, अतरी मौजमपुर, सिठौला, मौजमपुर परतापुर, छितरऊ ग्रामों में पानी भर जाने ग्रामों का सम्पर्क मार्ग मुख्यालय कट गया है वहीं बरेली मुरादाबाद व फर्रूखाबाद बदायूं मार्ग पर चार फिट पानी चलने के कारण आवागमन पूर्ण रूप से ठप्प हो गया है।
गढ़िया रंगीन क्षेत्र में रामगंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण वैसे ही क्षेत्र के दर्जनों गांव जलमग्न हो चुके हैं। वहंी चारों तरफ पानी बढ़ने के कारण पूरे क्षेत्र में त्राहि-त्राहि मची हुई है। वहीं केशीनगला खूबपुर, अचितपुर सहित कई ग्रामांे के ग्रामीणों को नाव द्वारा निकालवाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा पानी ने पूरे क्षेत्र में चारों ओर से घेर लिया और नगर के जाने वाले सम्पर्क मार्ग भी बंद हो गये तथा पानी नगर भुर्जी मोहल्ला बुधवानी सहित कई मोहल्लों में घुस चुका है। जिससे नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उधर तहसील जलालाबाद क्षेत्र में बाढ़ ने पिछली वर्ष की तबाही की याद दिला दी मगर राहत कार्यों में तेजी न आने से अभी सैकड़ों गांवों में फंसे लोगों का बुरा हाल है लगातार तीन दिनों से पानी भरा होने से अब मकानों के गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया तथा पानी नगर की सीमा तब पहुंच चुका है। फर्रूखाबाद रोड पर बाढ़ का पानी उतरने लगा है। रविवार सुबह से ही पीएसी के जवानों ने मोटर वोटों से राहत कार्य करना शुरू कर दिया है। संगहा के रामनाथ, मिश्री लाल, श्रीराम, नत्थू, ओमप्रकाश आदि के मुताबिक उक्त गांवों मंे विकट हालातों में फंसे लोग नित्य क्रियाओं के लिए भी तरस गये हैं।
वहीं थाना व कस्बा जैतीपुर में लगातार रामगंगा व बहगुल का बढ़ रहा जल स्तर आज सामान्य दिखायी दिया लेकिन बाढ़ में फंसे लोगों के लिए मुसीबत कम होती नजर नहीं आयी जहां इस बाढ़ में कई मकान गिर कर ध्वस्त हो गये। वहीं प्रशासन के निर्देश पर आयी मोटर वोटों से फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। वहीं दो दर्जन पीएसी बल काा जवान ग्राम भरई पीड़ी, छेदापट्टी, जगतया, मरेना, लोहरगढ़ी, रूद्रपुर सहित एक दर्जन गांव अभी तक इस बाढ़ की चपेट में है वहीं प्रशासनिक अधिकारी लगातार राहत सामग्री वितरित कर रहे हैं।
मिर्जापुर क्षेत्र में लगाबार बढ़ रहे बाढ़ के प्रकोप से पानी में हुए हजारों ग्रामीण कोलाघाट पुल पर पहुंच गये जहां उक्त तीन दिन से भूख प्यास की शिद्दत से बैचेन है। वहीं प्रशासन अभी तक कोई गम्भीर कदम नहीं उठाया है। जिस कारण ग्रामीणों में रोष है।
अभी लोग विगत वर्ष की बाढ़ विभीषिका को नहीं भूल पाये थे और एक बार फिर वह मंजर आने से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में हाहाकार मच गया और इस आपाधापी के चलते पानी की तेज लहरों के चलते दर्जनों मवेशी बह गये।
उधर बाढ़ की आपदा झेल रहे ग्रामीणों मंे जब भूख की शिद्दत सहने की क्षमता समाप्त हो गयी। तब उन्होंने खाना बनाने के लिए मिर्जापुर कलान स्थित गैस एजेंसियों पर धावा बोल दिया जिससे हालात बिगड़ गये, लेकिन बाद में पुलिस जैसे तैसे मामला शान्त किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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