रोजा क्षेत्र में बुधवार को स्वजल धारा अभियान के तहत एक घर में लगाई गई पानी की टंकी फटकर एक छप्पर पर गिर गयी। इससे छप्पर और उसकी दीवार का एक हिस्सा ढह गया। जिससे मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए।
क्षेत्रीय निवासी लोगों के अनुसार वर्ष 2002-03 में राजीव गांधी स्वजल धारा अभियान के अंतर्गत ब्लाक भावलखेड़ा के जमुही गांव के ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गांव में बहादुरलाल, शत्रुघन सिंह, धर्मेन्द्र सिंह और सरदार माखन सिंह के घरों पर पीवीसी की चार टंकियां लगायी गयीं थीं।
बुधवार को तड़के चार बजे शत्रुघन सिंह के मकान पर लगी पानी की टंकी अचानक फट गई। यह टंकी पानी समेत पड़ोस में वीरेन्द्र सिंह के छप्पर पर जा गिरी। छप्पर के नीचे 38 वर्षीय वीरेन्द्र सिंह, उसकी मां कमला देवी उनकी पत्नी 34 वर्षीय रेनू, 13 वर्षीय पुत्र हरिओम, सुरजीत तथा पुत्री शोभा सो रहे थे। छप्पर का पूरा मलवा इन लोगों के ऊपर गिर जाने से दबकर घायल हो गए। शोर-शराबा होने पर गांव वालों ने मलवे में दबे सभी लोगों को बाहर निकाला।
उन्हें इलाज के लिये जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने कमला देवी को मृत घोषित कर दिया। अन्य चार लोगों को भर्ती कराया गया है। पुलिस ने महिला के शव का पीएम करवाया। उपजिलाधिकारी सदर इन्द्रमणि त्रिपाठी मौके पर गांव में पहुंचे और मृतका कमला देवी के वारिसों को एक लाख रुपये का चेक दिया। उधर भाजपा विधायक सुरेश खन्ना तथा बसपा नेता मो. असलम खां जमुही गांव पहुंचे और महिला की मौत पर परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने शासन से भी आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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