- केन्द्र सरकार व सिविल सोसाइटी को जन लोकपाल बिल के मामले में आम सहमति बनानी चाहिए, ताकि एक बेहतरीन कानून बनाया जा सके
- बी0एस0पी0 अपनी स्थापना से ही भ्रष्टाचार के साथ-साथ राजनीति में अपराधीकरण के खिलाफ आवाज उठा रही है
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने कहा है कि उनकी पार्टी और राज्य सरकार शुरू से ही भ्रष्टाचार व राजनीति में अपराधीकरण के सख्त खिलाफ है। उन्होंने श्री अन्ना हजारे द्वारा खासतौर से भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर छेड़ी गयी मुहिम का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी पार्टी व सरकार श्री अन्ना हजारे के इस मुद्दे का समर्थन करती है।
बी0एस0पी0 राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा सदन में प्रस्तुत जन लोकपाल बिल को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार व सिविल सोसाइटी के पदाधिकारियों के बीच कुछ मुद्दों को लेकर निश्चित रूप से मतभेद हैं। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि दोनों पक्षों को साथ बैठकर इस मामले में आम सहमति बनानी चाहिए, ताकि इन मतभेदों को दूर कर एक बेहतरीन कानून बनाया जा सके और भ्रष्टाचार पर लगाम लगायी जा सके।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल श्री अन्ना हजारे व उनके समर्थकों को जिस तरीके से उनके निवास स्थान से हिरासत में लिया गया, यह कार्यवाही लोकतंत्र के हिसाब से कतई ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 श्री अन्ना हजारे एवं उनके संगठन का ही नहीं, बल्कि उन सभी संगठनों का स्वागत करती है, जो भ्रष्टाचार व राजनीति में अपराधीकरण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और इसके विरूद्ध कार्य कर रहे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बी0एस0पी0 पहले से ही अर्थात अपनी स्थापना से ही भ्रष्टाचार के साथ-साथ राजनीति में अपराधीकरण के खिलाफ भी काफी जोर-शोर से लगातार आवाज उठा रही है। उन्होंने कहा कि यदि पूर्ववर्ती सरकारों ने राजनीति में अपराधीकरण व हर स्तर पर फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगायी होती तो बी0एस0पी0 के गठन की जरूरत ही नहीं पड़ती।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0एस0पी0 ही देश की ऐसी इकलौती पार्टी है, जिसने कानून तोड़ने पर अपने सांसद, विधायक, मंत्री एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी नहीं बख्शा और उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा। उन्होंने कहा कि सांसद श्री उमाकान्त यादव, को आवास से गिरफ्तार कराया। मंत्री श्री आनंद सेन का हत्या में नाम आते ही उनसे इस्तीफा लिया गया, इसी प्रकार श्री अशोक कुमार दोहरे व राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त श्री राममोहन गर्ग के विरूद्ध भी कार्यवाही की गयी। विधायक श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू, श्री शेखर तिवारी आदि के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध भी बी0एस0पी0 ने अपने मंत्रियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की और उन पर भ्रष्टाचार की आंच आने पर उनसे इस्तीफा लेने में जरा भी विलम्ब नहीं किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था एवं सी0ए0जी0 की रिपोर्ट के मामले में भी उनकी पार्टी ने गुण-दोष के आधार पर सख्त फैसले लिए हैं।
बी0एस0पी0 राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उनकी सरकार ने जेल में एक चिकित्सक की मृत्यु को गम्भीरता से लेते हुए एवं उनके परिवार के सदस्यों की इच्छा के अनुरूप सी0बी0आई0 से जांच कराने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार दो चिकित्सकों की हत्या तथा लखनऊ के सी0एम0ओ0, परिवार कल्याण के कार्यालय में बरती गयी वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अग्रेतर जांच सी0बी0आई0 को सौंपे जाने में हिचकिचाहट नहीं दिखायी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम में भ्रष्टाचार की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए सी0ए0जी0 से आॅडिट कराने का निर्णय लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com