भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सरकार पर निजी कम्पनियों से बिजली की खरीद पर करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया और कहा कि देश का कोई राज्य निजी क्षेत्र से पूरे साल और पूरे चैबीस घंटे एक ही दर पर बिजली लेने का समझौता नहीं करता। बिजली की दरें जाड़ा, गर्मी, बरसात में मांग के अनुसार घटती-बढ़ती है। प्रदेश प्रवक्ता विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि बसपा सरकार ने पूरे वर्ष के लिए ग्लोबल इनर्जी से 400 मेगावाट बिजली खरीदने के लिए 4.71 रूपये प्रति यूनिट का समझौता किया। इसी प्रकार अडानी पावर से 600 मेगावाट खरीदने के लिए 4.71 रूपय,े मित्तल पावर से 100 मेगावाट खरीदने के लिए 4.68 रूपये, जिंदल पावर से 100 मेगावाट खरीद के लिए 4.59 रूपये, पी0टी0सी0 से 632 मेगावाट खरीद के लिए 4.30 रूपये का बसपा सरकार ने समझौता किया है। इसी प्रकार अन्य कई समझौते भी सरकार ने किये हैं।
श्री दीक्षित ने कहा एन0टी0पी0सी0 द्वारा उ0प्र0 में 4500 मेगावाट का कोटा 2.75 रूपये की दर से तय किया गया था। जुलाई माह में लगभग 15 दिन तक इस कोटा का बड़ा हिस्सा सरकार ने सरेन्डर किया। प्रदेश इतिहास में किसी भी सरकार ने ऐसे समझौते नहीं किये। इसी प्रकार सरकार ने आर0के0 जौहर व वी0पी0 त्रिवेदी को रिटायरमेंट के बावजूद नियमित मुख्य अभियंता के पद पर बैठाया है। सरकार इस तरह की अनियमितताओं व सौदों से करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार कर रही है। इसी लूट से विद्युत व्यवस्था ध्वस्त है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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