अखिल भारतीय ब्राहमण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 के0सी0 पाण्डेय ने राज्य के मुख्यमंत्री से अपने अब तक के शासनकाल में प्रदेश के विभिन्न थानों में ब्राहमणों सहित सवर्णो के खिलाफ हरिजन ऐक्ट की दण्डात्मक धारा 3(1)10 में दर्ज करीब डेढ़ लाख मुकदमों पर श्वेतपत्र जारी करने की माँग की है जिससे सरकारी कोष से उक्त फर्जी मुकदमों में दलितों को किए गए धन भुगतान का खुलासा हो सके।
डा0 पाण्डेय ने आज मुख्यमंत्री को भेजे अपने फैक्स में कहा कि बसपा सरकार ने एक भी ब्राहमणहित का कार्य किया हो तो उसे सार्वजनिक करें। सरकार ने केवल दलित एजेन्डा लागू किया तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले ब्राहमणों सहित सवर्णो को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिए जाने का अपना चुनावी वादा भूल गयीं। डाॅ0 पाण्डेय ने बताया कि आगामी 22 एवं 23 अक्टूबर को गाजीपुर मंे ब्राहमण महासभा का प्रदेशीय सम्मेलन आयोजित किया गया है जिसके संयोजक पंडित राजेश्वर तिवारी बनाए गए है। उक्त सम्मेलन मंे बसपा सरकार को उखाड़ फेंकन की रणनीति तय की जाएगी। प्रदेश के कुल मतदाताओं का करीब 18 प्रतिशत मतदाता ब्राहमण समाज का है और ब्राहमण महासभा के केन्द्रीय मार्ग दर्शक मनुल ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में अगली सरकार सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में बनाई जाए। उन्होंने बताया प्रदेश सम्मेलन के बाद गाँव-गाँव में शाखा आयोजित कर बसपा और कांग्रेस सरकार के कुकृत्यों से जनता को अवगत कराया जाएगा तथा विधानसभा चुनाव तक सम्पूर्ण ब्राहमण समाज को सपा के पक्ष में पूरे तौर पर लामबन्द करने की योजना तैयार कर ली गयी है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव से मतदात प्रतिशत के हिसाब से कम से 72 ब्राहमणों को सपा का टिकट विधानसभा चुनाव में देने की माँग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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