-घी,तेल, दालें, पान मसाला, जीरा और न जाने क्या-क्या नकली
लगता है यह जिला ‘नकली’ की मंडी बन गया है। शहीदों की नगरी के नाम से विख्यात इस जिले में घी, तेल गुड़, दालें, जीरा, पान मसाला, दूध और न जाने क्या-क्या नकली बन रहा है। हालात यही रहे तो हो सकता है कि जिले का नाम तो शाहजहांपुर ही रहे, लेकिन लोग इसे ‘नकलीपुर’ कहने लगें।
तीन साल पहले कोतवाली क्षेत्र में नकली दाल बनाने का कारखाना पकड़ा गया था। कुछ दिन पहले कोतवाली पुलिस ने ही नकली मेंहदी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। इस मामले में पुलिस ने क्या किया, पता नहीं। चार साल पहले जलालाबाद में नकली जीरा का जखीरा पकड़ा गया था। यह लोग फूल वाली झाड़ू की सीकों के फूल में सीरा मिलाकर असली जैसा जीरा तैयार करते थे। जानकार बताते हैं कि नकली जीरा बनाने का काम जलालाबाद में आज भी जारी है। करीब दो साल पहले कोतवाली क्षेत्र में ही नकली पान मसाला की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। एसओजी ने यहां छापा मारकर एक व्यापारी को पकड़ा था। अभी चार महीने पहले आरसी मिशन थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में नकली गुड़ बरामद किया गया था। नकली गुड़ बनाने की पूरी फैक्ट्री लगी थी। वर्षों से यह धंधेबाज मिट्टी से गुड़ बनाकर लोगों को खिला रहे थे। हैरत की बात तो यह है कि जब भी इन धंधेबाजों पर पुलिस या प्रशासन ने शिकंजा कसा, व्यापारी उनके फेवर में आगे आ गए। इन व्यापारियों ने यह नहीं सोचा कि जो नकली आम जनता को परोसा जा रहा है, उससे वह भी अछूते नहीं हैं। आज इन्हें नहीं रोका गया तो आने वाली पीढ़ियां इनका खामियाजा भुगतेंगी।
इस सबके अलावा जिले में नकली दूध बनाने का धंधा भी खूब चल रहा है। कई तरह के घातक रसायनों और रंग से तैयार किया दूध सीधा मौत के मुंह में धकेल कर ले जाता है। जिले में नकली असली दूध की पहचान करने वाली किटें भी आई हुईं हैं। परंतु विभाग नकली दूध की बिक्री के प्रति उदासीन है। पेट्रोल पंपांे पर नकली डीजल बिक रहा है। जिले में षायद ही ऐसी कोई चीज हो जिसका नकली रूप मौजूद न हो। यह नकली देखने में असली को भी मात करते हैं। इन नकली धंधेबाजों के खिलाफ जब तक कठोर कार्रवाई नहीं की जाएगी। यह सब चलता ही रहेगा। व्यापार मंडलों को भी ऐसे नकली के कारोबारियों की हिमायत से दूर रहना चाहिए। वर्ना यह हम सब और पूरे समाज के लिए घातक होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com