26 अगस्त को स्टैंडबाई की रिलीज से मैसी के आगमन का होगा स्वागत
फुटबॉल के बेताज बादशाह मैसी 30 अगस्त को भारत की सरजमीं पर कदम रख रहे हैं और सोचिए अर्जेंटीना के इस स्टार के लिए बॉलीवुड का क्या तोहफा हो सकता है? ये तोहफा है मैसी के आगमन के ठीक 4 दिन पहले फुटबॉल पर आधारित एक फिल्म। यह फिल्म देश में फुटबॉल को बदतर हालत में पहुँचाने वाली राजनीति पर केंद्रित है, जिससे अंतररष्ट्रीय स्तर पर हम पीछे चले गए हैं। मैसी का भारत आना और इसी समय फुटबॉल पर आधारित फिल्म का रिलीज होना, फुटबॉल प्रेमियों के लिए दोहरा तोहफा है। फुटबॉल की अंदरूनी राजनीति पर केंद्रित फिल्म स्टैंडबाई 26 अगस्त को रिलीज हो रही है।
ये कहानी दो दोस्तों की है, जिनका एक मात्र जुनून है फुटबॉल। लेकिन कुछ लोगों के स्वार्थ और अहम की वजह से इनकी जिंदगी राजनीति का शिकार बन जाती है। यह फिल्म मानवीय संबंधों की सचाईयों को गहराई से तलाशने की कोशिश करती है। एक आदमी का जूनून जब दूसरे के लिए सनक बन जाए तो क्या होता है। यह दोस्ती…जूनून…खूबसूरती, धोखाधड़ी और बदले की कहानी है। यह फिल्म बताती है कि जब योग्यता को दबाया जाएगा तो सामाजिक संरचना में इसकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया दिखेगी। यह फिल्म दुनिया में सबसे ज्यादा खूबसूरत खेल माने जाने वाले फुटबॉल की देश में दुर्दशा के कारणों की तलाश करती है। राजनीति खेल, खेल भावना और खिलाड़ी के जीवन से खिलवाड़ करती है। स्टैंडबाई ये बताने की कोशिश करती है कि फुटबॉल खेल से परे जूनून, जीवन का एक नजरिया है जिसे गौरव और सम्मान के साथ खेला जाता है, जिसमें कौशल और ईमानदारी कूट-कूट कर भरी रहती है।
मैसी के भारत आने के समय इस फिल्म को रिलीज करने पर फिल्म के डायरेक्टर संजय सुरकार कहते हैं, “मैं यह खबर सुनकर बेहद खुश हूं कि मैसी स्टैंडबाई के रिलीज के आसपास ही भारत आ रहे हैं। मैं चाहूंगा कि मैसी यह फिल्म देखें। मैसी देश के उभरते फुटबॉल खिलाड़़ियों के लिए प्रेरक साबित होंगे जिन्होंने सरकार के बेहद कम सहयोग के बावजूद अपनी जिंदगी फुटबॉल के लिए लगा दी है।”
क्या मैसी के आने से भारत में सच्ची खेलभावना का उभार होगा ? क्या इससे खेलों की दुनिया में कुछ बदलाव होगा या हम हमेशा स्टैंडबाई स्थिति में जीते रहेंगे और दुनिया को वर्ल्ड कप के लिए खेलते देखते रहेंगे?
कलाकार और तकनीकी टीम
कलाकार
· आदिनाथ कोठारे राहुल नर्वेकर
· सिद्धार्थ खेर शेखर वर्मा
· सचिन खांडेकर दामोदर नर्वेकर- राहुल के पिता
· दिलीप ताहिल जयप्रकाश वर्मा – शेखर के पिता
· मनीश चौधरी जॉन विलियम्स –भारतीय टीम के कोच
· नागेश भोसले सतनाम- महाराष्ट्र कोच
· रीमा वोरा किरन- राहुल और शेखर का दोस्त
· अवतार गिल श्रीवास्तव – चयन समिति के प्रमख
· सुरेंद्र पॉल तिवारी-फुटबॉल फेडरेशन के चेयरमैन
· हजेल क्राउनी आइटम गीत
तकनीकी टीम
· निर्माता प्रकाश चौबे
· निर्देशक संजय सुरकार
· फोटोग्राफी संजय जाधव
· संपादक राजेश राव
· कहानी और स्क्रीनप्ले प्रवीन विट्ठल तारडे और संजय सुरकार
· संवाद वरुण गौतम
· गीत स्वानंद किरकिरे
· संगीत आदेश श्रीवास्तव
· कला निर्देशक अजित दांडेकर
· कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा
· कॉस्ट्यूम डिजाइनर देवांशी गांधी और देवेंद्र सिंह अजोला
· प्रोडस्शन कंट्रोलर किरण केलकर
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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