बंदेलखण्ड कांगे्रस की गठन का ऐलान करते हुये फिल्म अभिनेता राजाबुन्देला ने कहा कि बुन्देलखण्ड में अब कोई किसान आत्महत्या नही करेगा, और अगर कोई किसान आत्महत्या करता है तो उस क्षेत्र के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। आने वाले समय में उनको भी ऐसे ही हालातों का सामना करना पड़ सकता है। आजादी के बाद से बुन्देलखण्ड का शोषण ही हुआ है। 20 वर्षो से अलग बुन्देलखण्ड राज्य के लिए संघर्ष की लड़ाई में जुड़ा रहा हूँ। 11 वर्षो तक कांग्रेस के साथ बुन्देलखण्ड की व्यवस्था और विकास के लिए जुड़ा रहा, पर सब बेमानी।
बुन्देलखण्ड मंे लगभग सभी पार्टियों ने गाहे-वगाहें राज्य किया है, पर किसी ने बुन्देलखण्ड के लिए कभी नही सोंचा। परिवारवाद और जातिवाद के आधार पर बुन्देलखण्ड को बाॅटकर उसका शोषण करते रहे, असंतुलित विकास, जिसकी वजह से बुन्देलखण्ड विनाश की कगार पर पहुॅच गया। बाहर से आये हुये प्रत्याशी या पार्टी के दायरें में बॅधे एम0पी., एम0एल0ए0 ने कभी पार्टी की पालिटिक्स से अलग होकर न तो बुन्देलखण्ड के लिए और न ही बुन्देलखण्ड वासियों के लिए कभी सोंचा। इसके चलते सोना उगलने वाला बुन्देलखण्ड, धन और सम्पदा से भरा पूरा बुन्देलखण्ड आज भुखमरी में बदल गया। चारों और भुखमरी, तबाही और आत्महत्या का दौर है। सभी पार्टियों के नेता बुन्देलखण्ड को लेकर परेशान दिख रहे है। ये सब चुनाव के पहले की ही हैरानी व परेशानी है। चुनाव होते ही फिर वही जैसे का तैसा।
संविधान में है कि सिर्फ चुनाव मंे जीतकर आये प्रतिनिधि व्यवस्था परिवर्तन कर सकते है इसलिए यह तय किया गया कि बुन्देलखण्ड कांग्रेस उत्तर प्रदेश के 2012 के चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी। आखिर कब तक एक न एक दिन तो बुन्देलखण्ड के साथियों को यह फैसला लेना ही था, दूसरों के सहारे जिन्दगी को कोई मंजिल नही मिल रही थी। सभी पार्टियों और सभी विचारधारा लोगों के साथ जुड़कर हम जनता के बीच जा रहे है। जनता ही रायशुमारी करेगी वो 65 साल से चली आ रही उस सड़ी-गली व्यवस्था के नाम पर सिर्फ विनाश देखा है। वही बुन्देलखण्ड के लोग बुन्देलखण्ड कांगे्रस के साथ अपने लोगों को चुनकर अपना प्रतिनिधित्व खुद करवायेगे, जिसमें उनका ही सी0एम0, उनका ही डी0एम0होगा। उनकी ही व्यवस्था के साथ अपना और अपने बच्चों और परिवार का भविष्य देखेगी, जिसने विकास के नाम पर सिर्फ विनाश देखा है। वही बुन्देलखण्ड के लोग बुन्देलखण्ड कांग्रेस के साथ अपने लोगोें को चुनकर अपना प्रतिनिधित्व खुद करवायेंगे, जिसमंे उनका ही सी0एम0, उनका ही डी0एम0 होगा। उनकी ही व्यवस्था और उनका ही प्रशासन होगा।
हमें नही ऐसे मुख्यमंत्री, जिन पर आय से अधिक सम्पत्ति के मुकदमें अदालत में लम्बित हों। बुन्देलखण्ड में 20 रू0 प्रतिनिदन एक परिवार को रोटी के लिए मिलता है। दूसरी ओर करोड़ों रूपये के घोटाले और 9000 करोड़ का चार लोगों के लिए घर।
विकास के नाम पर मिलने वाले धन से अपना घर बनने वाले लोगों से मुक्ति के लिये बुन्देलखण्ड कांग्रेस का गठन किया गया है। ताकि बुन्देलखण्ड का किसान आत्महत्या न कर सके। पलायन रूक सके, उद्योग जिन्दा हो। खनिज सम्पदा की लूट बन्द हो। पत्रकार वार्ता में बुन्देलखण्ड कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी रणवीर सिंह राष्ट्रीय महासचिव जिले सिंह यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक शर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनील कोहली, के साथ केन्द्रीय कमेटी के सदस्य अश्पाक अहमद, राकेश दीक्षित, विनोद सिंह मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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