प्रदेश के सभी बांधों की सुरक्षा और बाढ़ से बचाव की व्यवस्था करने के कड़े निर्देश
कटान से प्रभावित क्षेत्रों में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के निर्देश पर वरिष्ठ कैबिनेट एवं सिंचाई मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अनूप मिश्र ने आज गोण्डा-बाराबंकी सीमा पर चरसरी बांध में हुई कटान से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और जिला प्रशासन तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तत्काल युद्धस्तर पर बांध की मरम्मत करने के निर्देश दिये। साथ ही, यह भी कहा कि कटान से प्रभावित लोगों की हर सम्भव सहायता की जाये।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने बांध में हुई कटान की सूचना मिलते ही सिंचाई मंत्री एवं मुख्य सचिव को बांध का निरीक्षण कर उसकी सुरक्षा की तत्काल समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कड़े निर्देश दिये कि चरसरी बांध के अलावा प्रदेश के दूसरे बांधों की सुरक्षा एवं बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर राहत एवं बचाव कार्य मुस्तैदी से किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने चरसरी बांध के पास पूर्व में निर्मित एक रिंग बंधे को और मजबूती प्रदान करने के भी निर्देश दिये ताकि आसपास के इलाकों में जल प्लावन की समस्या न पैदा हो सके।
सुश्री मायावती जी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि कटान से उत्पन्न स्थिति के कारण प्रभावित लोगों को किसी तरह की कठिनाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सचेत किया कि यदि इस कार्य में शिथिलता पायी जाती है तो सम्बधित अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि बंधे की सुरक्षा में लगे अधिकारियों की शिथिलता पाये जाने पर दोषी की जिम्मेदारी तय कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि चरसरी बांध के पास पूर्व में जो रिंग बंधा बनाया गया था, उसी के कारण इस बार घाघरा नदी में जबर्दस्त बाढ़ आने के बावजूद जल प्लावन नहीं हुआ है। इस बांध को और मजबूती प्रदान करने हेतु तथा बाढ़ग्रस्त लोगों को राहत पहुंचाने के लिए लखनऊ, फैजाबाद मण्डल और बहराइच जिले से समुचित संसाधन और उपकरण आदि उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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