साम्प्रदायिक और लच्छित हिंसा अधिनियम वाले धरना प्रदर्शन की तैयारी की दृष्टि से विहिप व बजरंगदल की एक बैठक श्री बिहारी लाल सरस्वती विद्या मन्दिर में हुई। कार्यकर्ताआंे को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता केन्द्रीय मंत्री विश्व हिन्दू परिषद विशेश्वर द्विवेदी ने कहा कि यह विधेयक भारतीय संविधान की मूल भावना के विपरीत है क्योंकि इसके अनुसार कोई हिन्दू तब तक दोषी होगा जब तक कि वह स्वयं निर्दोष न सिद्ध कर दे जबकि संविधान कहता है कि कोई व्यक्ति तब तक निर्दोश है जब तक कि वह दोषी न सिद्ध कर दिया जाये। इसके अतिरिक्त इस अधिनियम द्वारा यह मान लिया गया है कि हिंसा बहुसंख्यक हिन्दू समाज होता है जबकि भारत में हिंसा का शिकार अल्पसंख्यक समाज होता है। जबकि भारत में हिंसा का शिकार कौन कौन होता है और कौन करता है ये सभी जानते हैं। अधिनियम में वर्णित समूह में मुस्लिम व ईसाईयों के साथ अनुसूचित जाति व जनजाति को जोड़कर हिन्दुओं की अखण्डता को तोड़ने का प्रयास किया गया है। राष्ट्रभक्त समाज इसे कभी सहन नहीं कर सकता। बजरंग दल के प्रान्त संयोजक अनुज कुमार सिंह ने कहा कि अधिनियम के अनुसार बहुसंख्यक हिन्दू समाज को चाहें जितनी भी जनहानि या धनहानि हो वह मुकदमा लिखाने का अधिकारी नहीं होगा। बैठक में धरना की सफलता हेतु प्रखण्डों की बैठकें तय हुईं। आज पुवायां की बैठक जिला संयोजक बजरंग दल संतोष पाल सिंह ने ली। कल निगोही व भावलखेड़ा व ददरौल की बैठकें होगी। निगोही व ददरौल की बैठक जिला मंत्री राहुल पाठक लेंगे। संचालन राहुल पाठक ने किया। बैठक में उपरोक्त लोगों के अतिरिक्त बाबू सिंह, शशिविन्द सिंह, शिव कुमार मिश्रा, जितेन्द्र सिंह, रामप्रताप, छत्रपाल शर्मा, सुनील गुप्ता, विपिन शुक्ला, बेचे लाल कश्यप, शैलेन्द्र सिंह, करन, प्रवीण सिंह, नरेश, रवि षुक्ला, राजकुमार, रमेश सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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