हमारे संवाददाता द्वारा जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पर डाक्टरों की उपस्थिति न के बराबर रही। बाहर से आने वाले डाक्टर गाड़ी के समय पर स्टेशन पहुंचकर अपने घर को रवाना होते है। अस्पताल में मरीज दवाईयों के लिए उनके कंपाउडरों पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी से पूंछने पर उन्होेंनंे इस बात से इंकार किया। अस्पताल की दवाईयों अभी कुछ दिन पहले एक कूडे़ घर में बरामद हुई थी। गेट के उपर महिला प्रसव की घटना कोई नई नहीं है महिनें में आठ दस दो ही जाती हैं। मरीज मर जाऐ अस्पताल के अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। जबतक डाक्टर आता है तब तक मरीज उपर चला जाता है। फिर भी जिला अस्पताल मौन है। दवाईयों की धाधली में लिप्त जिला अस्पताल डाक्टर से लेके चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक वो चाहे महिला कर्मचारी हो या पुरूष रिश्वत की बीमारी से अपने आप को इस तरह जकड़ लिया है कि अस्पताल प्रशासन मानने को तैयार हीं नहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ कीर्ति प्रकाश अवस्थी ने कहा कि अगर अपना रवैया उन्होंने नहीं बदला तो इनके खिलाफ पोल खोलों अभियान जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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