मानक के विपरीत हुआ सड़क का निर्माण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में लूट खशोट का धन्धा बडे़ पैमाने पर किया गया जिसमें विभागीय अधिकारियों के अलावा ठेकेदार तथा बसपा सरकार के जनपद के विधायक एवं मंत्री का भी योगदान रहा है। अगस्त 2010 में निर्मित सड़क अपनी वजूद, निर्धारित समय सीमा के पहले ही खोने के कगार पर है। जिसके लिए विभाग ने अपनी कमी छुपाने लिए सड़क पर नो इण्ट्री का बोर्ड तथा वैरियर लगाकर अच्छा खाशा बन्दोबस्त कर रखा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत द्वारा प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत एनएच-56 से (लिंकरोड दोमुहाॅ) सुलतानपुर सिटी तक लगभग 8 किलोमीटर की सड़क का चैड़ीकरण एवं उच्चीेकरण का कार्य कार्यदायी संस्था अधिशाषी अभियन्ता पीएमजीएसवाई खण्ड -2 लोक निर्माण विभाग सुलतानपुर ने देकेदार मे0 पूर्वाचल कान्सट्रक्शन कम्पनी के माध्यम से कराया गया। जिसकी लागत 349.90 लाख रूपये विभाग द्वारा अवमुक्त किया गया।उक्त सड़क का निर्माण कार्य 16 अक्टूबर 2009 से प्रारम्भ होकर दिनांे 15 अगस्त 2010 को समाप्त हुआ। सड़क की गारण्टी सड़क बनने के बाद 5 वर्ष बताई गयी। परन्तु एक वर्ष भी नही बीता कि सड़क में जगी-जगह गड्ढे हो गये तथा कई जगह उसमें दरारें पड़ गयी। जिसकी खबर समाचार पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को अवगत भी कराया गया था। सड़क के घटिया निर्माण कराने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही तो नहीं हुई, हाॅ एक कार्य अवश्य यह हुआ कि स़ड़क के प्रवेश द्वार पर विभाग नेे ’भारी वाहन प्रवेश वर्जित’ का बोर्ड तथा सड़क पर वैरियर लगा दिया।
यही नहीं सड़क के निर्माण के दौरान बधान की मिट्टी का कार्य, गुरम का कार्य, पत्थर का चूरा, तथा डामरी का कार्य भी मानक के अनुरूप नहीं कराया गया।सड़क की मोटाई में भी कोताही की गयी। सड़क पर भारी वाहन का प्रवेश वर्जित का बोर्ड ही नहीं लगा परन्तु सड़क के ऊपर विभाग ने वेरी केटिंग कर रखा है जिससे वहाॅ के निवासियों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। दो मुॅहा से सुलतानपुर सिटी की तरफ के गाॅव बेला सदा, शंकर गढ़, सोनबरसा, पखरौली गाॅव, परउपुर तथा सैंकड़ों गाॅव के लोग प्रभावित हैं। शादी विवाह का मौका हो या मकान बनाने के लिए सामान ले जाना हो सभी को बाई पास घूमकर लगभग 5 किलामीटर घूमकर जाना पड़ता है। ग्रामीणें की शिकायत पर जब अधिशाषी अभियन्ता पीएमजीएसवाई खण्ड-2लोक निर्माण से बात की गयी तो उन्होनें बताया कि जो सड़कों पर दरारें आ गयी हैं उसे ठेकेदार की सिक्यारिटी के रूप में जमा 10 प्रतिशत की राशि से बनवा दिया जायेगा तथा शीघ्र ही सड़क पर लगे वैरियर को जून तक हटवा दिया जायेगा। परन्तु अब भी ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है और सड़क का वैरियर नहीं हटाया गया जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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