नई पीढ़ी की अग्रणी बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ ने एक लाभ-रहित परिवर्तनशील बीमा योजना फ्लेक्सी स्मार्ट बीमा जारी की है। इस उत्पाद को जोखिम की चिंता से मुक्त वैसे ग्राहकों के निवेश की सुरक्षा के नजरिए से तैयार किया गया है जो गैर-यूनिट लिंक्ड योजनाएं चाहते हैं। अंतरिम और अतिरिक्त ब्याज दर, प्रीमियम भुगतान में छूट का लचीला विकल्प, बदलती जरूरतों के अनुसार बीमाधन को कम करना या बढ़ाना तथा टाॅप-अप प्रीमियम की सुविधा इस ग्राहकोन्मुखी फ्लेक्सी स्मार्ट बीमा की कुछ विशेषताएं हैं।
बीमाधारक के द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम पर वित्तीय वर्ष 2011-12 में 7 प्रतिशत की दर से अंतरिम व्याज की आमदनी होगी। अंतरिम ब्याज दर की घोषण प्रत्येक वित्तीय वर्ष के आरंभ में की जाएगी। फंड पर निवेश के रिटर्न के अनुसार, प्रत्येक साल के अंत में 31 मार्च को अतिरिक्त ब्याज दर की घोषणा की जा सकती है, जिसे बीमाधारक के खाते में अंतरिम ब्याज दर के साथ जोड़ दिया जाएगा।
यह योजना न्यूनतम 1500 रूपये प्रतिमाह के आसान प्रीमियम के साथ उपलब्ध है। बीमाधारक, प्रीमियम का भुगतान सालाना, छमाही, तिमाही या मासिक विधि से कर सकते हैं।
एसबीआई लाइफ के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एम एन राव ने कहा कि, ‘‘लचीलापन, वहन करने योग्य एवं खोजपरकता फ्लेक्सी स्मार्ट के मूल तत्व हैं। हालांकि हम अपने ‘सरल एवं आकर्षक‘ यूलिप उत्पादों की श्रृंखला तथा परंपरागत उत्पादों को सशक्त करने की दिशा में प्रयासरत रहेंगे ताकि हम अपने विभिन्न वर्ग एवं समुदायों के ग्राहकों को उनकी जोखिम क्षमता के अनुकूल सुरक्षा एवं बचत संबंधी उत्पाद उपलब्ध करा सकें।
प्रीमियम भुगतान में छूट, इस ग्राहकोन्मुखी फ्लेक्सी स्मार्ट बीमा की एक और विशेषता है। किसी अप्रत्याशित आर्थिक समस्या की हालत में, पूरी बीमा अवधि में बीमाधारक को तीन साल तक प्रीमियम भुगतान करने से छूट की सुविधा मिलेगी। फिर भी, बीमाधारक को इस छूट की अवधि में भी मृत्युदर शुल्क का भुगतान किये बिना जोखिम-सुरक्षा मिलती रहेगी।
इसके अतिरिक्त, फ्लेक्सी स्मार्ट बीमा के तहत बीमाधारक को यह सुविधा है कि सह किसी अतिरिक्त राशि को टाॅप-अप प्रीमियम के तौर पर जमा कर सकता है। फिर, सुरक्षा की बदलती जरूरतों के अनुसार, ग्राहक चाहे तो नियमित प्रीमियम को बढ़ाए बिना, बीमा राशि को घटा या बढ़ा भी सकता है। यह सुविधा पाॅलिसी के चैथे वर्ष से और उसके बाद लागू होती है।
विभिन्न ग्राहकों के विभिन्न तबके का बीमा और दीर्घकालीन निवेश की जरूरतों को पूरा करते हुए, एसबीआई लाइफ के पास ‘सिंपल और स्मार्ट‘ उत्पादों की व्यापक श्रृंखला है जिनमें आइआरडीए के दिशा निर्देशों के अनुकूल यूलिप उत्पाद, प्योर प्रोटेक्शन एवं परंपरागत योजनाएं शामिल हैं। इस श्रृंखला में उच्च आमदनी वर्ग के लिए स्मार्ट इलिट, निश्चित एनएवी वाली स्मार्ट परफाॅर्मर, बिनी डाक्टरी जांच वाली यूलिप-सरल महा आनंद, लोचदार यूलिप-यूनिट प्लस सुपर, बच्चों के लिए-स्मार्ट स्काॅलर, पूर्व निर्धारित एनएवी वाली यूलिप-स्मार्ट वेल्थ ऐश्योर, पेंशन वाली यूलिप-स्मार्ट पेंशन और स्वतः निधि निर्धारण वाली यूलिप- स्मार्ट होराइजाॅन जैसी बीमा योजनाएं उपलब्ध हैं। नवीनतापूर्ण खूबियों से भरी, बिना डाक्टरी जांच के विशुद्ध जोखिम-सुरक्षा वाली योजना-सरल शिल्ड, उच्च आय वर्ग के लिए विशुद्ध जोखिम-सुरक्षा वाली योजना-स्मार्ट शिल्ड और बिना डाक्टरी जांच के परंापरागत बचत योजना - सरल लाइफ जैसी योजनाओं को गत वित्तीय वर्ष में जारी किया गया था।
गत वित्तीय वर्ष 2010-11 के दौरान, एसबीआई लाइफ ने 33 प्रतिशत वृद्धि के साथ 366 करोड़ रूपये का लाभ अर्जित किया और वित्तीय वर्ष 2009-10 की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ कुल रु.12,912 करोड़ की प्रीमियम राषि का संग्रह किया। नव व्यवसाय से 7,572 करोड़ रूपये प्रीमियम राशि का संग्रह किया गया जो गत वित्तीय वर्ष 2009-10 की अपेक्षा 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। इसे और शानदार बनाते हुए, वित्तीय वर्ष 2009-10 के 3,063 करोड़ रूपये की तुलना में 74 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ 2010-11 में नवीकरण प्रीमियम संग्रह ने 5,340 करोड़ रूपये का आंकडा दर्ज किया। 13 महीने के उद्योग मानकों के अनुसार, स्थिरता-स्तर वित्तीय वर्ष 2009-10 के 50 प्रतिशत के बिन्दु से 11 प्रतिशत बिन्दु ऊपर उठकर 2010-11 में 69 प्रतिशत पर पहुंच गया। इसी तरह, प्रबंधनाधीन संपदा (एस्सेट अंडर मैनेजमेंट) 40 प्रतिशत उछाल के साथ 31 मार्च, 1010 के 28,703 करोड़ रूपये से बढ़कर 40,163 करोड़ रूपये पर पहुंच गई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com