- अभियुक्तों की काॅल डिटेल से डाॅ0 सचान, आर0के0वर्मा, आनन्द तिवारी तथा विनोद शर्मा के सम्बन्ध डिजिटली प्रमाणित हुए
- अभियुक्तों की वाईस रिकार्डिंग से कान्टेªक्ट किंलिग साबित
उत्तर प्रदेश के मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर सिंह ने आज यहां डाॅ0 बी0पी0 सिंह की हत्या से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि घटना में प्रयुक्त दो पिस्टलें शूटर आनन्द तिवारी से प्राप्त हो चुकी हैं और घटना स्थल से प्राप्त खोखा-कारतूस का इन दोनों पिस्टलों से एफ0एस0एल0 के माध्यम से मिलान हो चुका है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अभियुक्तों के मोबाइल के समस्त काॅल डिटेल्स का विश्लेषण किया गया, जिससे डाॅ0 सचान के आर0के0 वर्मा, आनन्द तिवारी तथा विनोद शर्मा से सम्बन्ध डिजिटली प्रमाणित हो गये हैं।
श्री सिंह आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित मीडिया संेटर में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि डाॅ0 सचान एवं आर0के0 शर्मा के व्यापारिक और पारिवारिक सम्बन्ध विवेचना से प्रमाणित हुए हैं। अभियुक्तों की वाॅयस रिकार्डिंग से साबित होता है कि यह कान्टेªक्ट किलिंग थी। विवेचना से यह पता चला है कि डाॅ0 सचान चुनाव लड़ना चाहते थे। इसके लिए उन्हें अधिकाधिक धन की आवश्यकता थी। सी0एम0ओ0 परिवार कल्याण, लखनऊ के रूप में कार्य करते हुए तमाम वित्तीय अनियमितताओं के माध्यम से उन्होंने काफी धनार्जन किया था। डाॅ0बी0पी0 सिंह ने सी0एम0ओ0 परिवार कल्याण, लखनऊ के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त डाॅ0 सचान के कार्यकाल की तमाम वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी थी। इन सब बातों से परेशान होकर डाॅ0 सचान ने आर0के0 वर्मा से सम्पर्क किया और डाॅ0 सिंह को हटाने की बात की। इसके बाद आर0के0 वर्मा ने आनन्द तिवारी और विनोद शर्मा से सम्पर्क किया।
मंत्रिमण्डलीय सचिव ने बताया कि विवेचना से ज्ञात हुआ है कि पूर्व में डाॅ0 सचान को आर0के0 वर्मा और वर्मा के पार्टनर सौरभ खन्ना ने 10-10 लाख रुपये दिये थे। ये तथ्य इनके बैंक एकाउन्ट्स के डिटेल्स के विश्लेषण से भी साबित हुए हैं। अभियुक्त आर0के0 वर्मा द्वारा यह बताया गया कि डाॅ0 सचान से उनकी मित्रता कई वर्षों से चली आ रही थी। डाॅ0 सचान, डाॅ0 बी0पी0 सिंह के साथ असहज हो गये थे और उनके बीच सम्बन्ध काफी खराब हो गये थे। डाॅ0 सचान द्वारा की गयी वित्तीय अनियमितताओं की काफी गहराई से छानबीन कराने व एफ0आई0आर0 दर्ज कराने की डाॅ0 बी0पी0 सिंह की धमकी की वजह से डाॅ0 सचान ने उनसे सम्पर्क किया और डाॅ0 बी0पी0 सिंह की हत्या कराने की पूरी योजना तय की गयी। उन्होंने कहा कि विवेचना पूर्ण हो गयी है और इस मुकदमे में आरोप पत्र सम्बन्धित न्यायालय को शीघ्र ही प्रेषित कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि डाॅ0 बी0पी0 सिंह की हत्या गत 02 अप्रैल 2011 को सुबह 6.00 बजे के करीब की गयी थी। एस0टी0एफ0 द्वारा इस हत्या में शामिल 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके नाम-श्री आर0के0 वर्मा, श्री आनन्द तिवारी एवं श्री विनोद शर्मा हैं। पूछताछ में तीनों अभियुक्तों ने डाॅ0 बी0पी0सिंह की हत्या का सिल-सिलेवार विवरण दिया तथा हत्या में प्रयुक्त एक रिवाल्वर व अन्य सामान बरामद भी कराया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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