- 10 जून को श्रीमती तरन्नुम पत्नी इंतजाम अली द्वारा तहरीर देकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी
- माननीया मुख्यमंत्री जी ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए गहनता से छानबीन कराने के निर्देश दिये थे
कैबिनेट सचिव श्री शशांक शेखर सिंह ने आज यहां बताया कि निघासन मामले में जुर्म इकबाल कर लेने एवं इस घटना में संलिप्तता पाये जाने पर कान्सटेबल अतीक अहमद को निलम्बित कर गिरफ्तार कर लिया गया है। अतीक अहमद क्षेत्राधिकारी निघासन का गनर था।
कैबिनेट सचिव आज यहां एनेक्सी स्थित मीडिया संेटर में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 10 जून 2011 को श्रीमती तरन्नुम पत्नी इंतजाम अली कसबा व थाना निघासन जनपद खीरी द्वारा तहरीर देकर सूचित किया गया था कि उनकी 14 वर्षीय पुत्री अपनी भैंस देखने गयी थी, जो चरते हुए थाना निघासन परिसर में चली गयी थी। काफी समय बीत जाने के बाद उनकी पुत्री वापस नहीं आयी तो उसने अपनी पुत्री की तलाश में थाने की चारदीवारी के अन्दर जाकर देखा। थाने के अन्दर प्रवेश करने पर उसने पाया कि उसकी पुत्री का शव परिसर मंे गिरे हुये पेड़ की डाल से सफेद दुपट्टे से आधा लटका हुआ था।
मंत्रिमण्डलीय सचिव ने बताया कि उन्होंने अपनी तहरीर में कहा था कि करीब से देखने के बाद उन्होंने पाया कि उनकी पुत्री की मृत्यु हो चुकी है। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं। उसे शक था कि उनकी पुत्री के साथ दुष्कर्म करने के उपरान्त उसकी हत्या करके घटना को छुपाते हुए शव को आत्महत्या का रूप देते हुए शव को दुपट्टे से बाँधकर लटका दिया गया था। इस सूचना पर थाना निघासन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी।
कैबिनेट सचिव ने बताया कि इस घटना की जानकारी जैसे ही माननीया मुख्यमंत्री जी को मिली उन्होंने मामले को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाकर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये थे कि सम्पूर्ण प्रकरण की गहनता से छानबीन करते हुए घटना के दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाय ताकि आपराधिक तत्व ऐसी घटना करने का दुःसाहस न कर सके।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने घटना की सीबीसीआईडी से जांच कराने तथा रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये थे। जिसके क्रम में सीबीसीआईडी की टीम द्वारा मौके पर पहंुचकर जांच प्रारम्भ कर दी गयी थी। इसके अलावा उन्होंने मृत बच्ची का दोबारा पोस्टमार्टम लखनऊ से टीम भेज कर कराने तथा इस टीम में एक महिला सदस्य अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिये थे। इस आदेश के क्रम में बच्ची का 13 जून को दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया जिसकी रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसकी हत्या की गयी थी। पहले पोस्टमार्टम की गलत रिपोर्ट देने वाले चिकित्सकों क्रमशः डाॅ0 ए0के0अग्रवाल, डाॅ0 एस0पी0सिंह तथा डाॅ0 ए0के0शर्मा को निलम्बित कर उनके विरुद्ध कार्यवाही कर दी गयी है। इसी के साथ साक्ष्य मिटाने के आरोप में फालोवर रामचन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जो अभी भी जेल में है। शिथिल पर्यवेक्षण के लिए लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक का स्थानान्तरण व निलम्बन शासन द्वारा कर दिया गया था।
मंत्रिमण्डलीय सचिव ने बताया कि इस मामले में सी0बी0सी0आई0डी0 की टीम को आज महत्वपूर्ण सफलता मिली है। कां0 अतीक ने स्वीकार भी किया है कि घटना के पहले से ही वह कु0सोनम को लुभाने की कोशिश करता रहता था। उससे बातचीत होती थी तथा पैसे भी दिया करता था। घटना के दो दिन पहले उसने सोनम से दूध भी मंगाया था। घटना के दिन सोनम से बात करते-करते कां0 राजवंशी के कमरे की ओर ले गया, जो चारो तरफ से घिरा हुआ है तथा सुनसान जगह पर स्थित है। वहंा पर सोनम से जोर जबर्दस्ती करनी चाही तो सोनम के शोर मचा देने पर उसका पहले हथेली से मुंह दबाकर चुप कराने की कोशिश की। सफल नहीं होने पर सोनम के ही सफेद दुपट्टे से गला कस कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के पश्चात् लाश को वहीं छोड़कर क्षेत्राधिकारी, इनायत उल्लाह खान के साथ नमाज पढ़ने चला गया था। वहां से लौटने के बाद थाने आकर पुनः उसी स्थान पर जाकर जल्दी से सोनम की लाश को गिरे पेड़ की टहनी से दुपट्टे से लटका दिया, ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके।
मंत्रिमण्डलीय सचिव ने बताया कि क्षेत्राधिकारी इनायत उल्लाह खान का जनपद खीरी से स्थानान्तरण कर दिया गया है। इस मुकदमें में आरोप पत्र सम्बन्धित न्यायालय को शीघ्र ही प्रेषित कर दिया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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