पूर्ण परियोजनाओं को अबिलम्व विभागों को हस्तान्तरित करें
मण्डलायुक्त अमृत अभिजात ने निर्देश दिये है कि सडक, सेतु तथा भवन निर्माण से सम्बन्धित परियोजनाओं को समयबद्व रूप से लागू करें ताकि लोगों को समय से उनका लाभ मिल सके। बिलम्व होने से परियोजना की लागत में वृद्वि की सम्भावना रहती है। उन्होंने पूर्ण योजनाओं को विभागों को अबिलम्व हस्तान्तरित करने के निर्देश दिये।
आयुक्त लघु सभागार में 25 लाख रूपये या इससे अधिक लागत की अपूर्ण, निर्माणाधीन परियोजनाओं के सम्बन्ध में कार्यदायी संस्थाओं एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों की समन्वय बैठक में विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक का संचालन करते हुए उप निदेशक अर्थ एवं संख्या डा0 रोहन लाल आर्य ने बताया कि भवन निर्माण से सम्बन्धित 25 लाख रूपये के अधिक लागत की मण्डल में 132 परियोजनांए चल रही है। जिनकी कुल लागत लगभग 33473 लाख है। इनमें से 11 परियोजनाएं पूर्ण हो गयी है तथा 58 पर 75 प्रतिशत, 33 पर 50 प्रतिशत और शेष पर 25 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है और लगभग 27357 लाख रूपये व्यय हो चुके है।
उन्होंने बताया कि सडक , मार्ग एवं सेतु से सम्बन्धित मण्डल में 113 परियोजनाएं संचालित हो रही है। इनमें से लोक निर्माण विभाग द्वारा 71, मण्डी परिषद-22, ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा-14, सेतु निगम-6, परियोजनाएं संचालित हो रही है। पंचायतीराज विभाग द्वारा मैनपुरी में 14 परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। लोनिवि द्वारा आगरा में मेहरा नाहरगंज टुण्डला मार्ग पर यमुना नदी पर सेतु तथा पहुॅच मार्ग हेतु 16 करोड की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है परन्तु अभी तक 49 लाख रूपये ही व्यय बताये गये। बैठक में कार्य की प्रगति बढाने हेतु निर्देश दिये गये।
संयुक्त विकास आयुक्त बी.एल अग्रवाल ने कार्यदायी संस्था बार कार्यो की प्रगति समीक्षा करते हुए कहा कि जिन परियोजनाओं में 90 प्रतिशत या अधिक कार्य पूर्ण हो गया है उन्हें प्रत्येक दशा में जुलाई माह तक पूर्ण करें।
बैठक में समाज कल्याण निर्माण निगम के क्षेत्रीय प्रबन्धक पी.सी. केन, अधीक्षण अभिन्ता जल निगम एस. के. वर्मा, अधीक्षण अभियन्ता आर-ई-एस एम.पी. सिंह, यू0पी0 प्रोजेक्ट कारपोरेशन के महा प्रबन्धक ज्ञानेन्द्र सिंह, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डा0 श्रीराम एवं सेतु निगम, पर्यटन, वन, शिक्षा आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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