कछौना स्थित बस स्टैण्ड के निकट विनोवा भावे जनकल्याण संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में चंबल घाटी छोड़कर समाज सेवा का संकल्प लेने वाली पूर्व दस्यु संुदरी सीमापरिहार ने कहा कि हमारे गांव के दबंग लोगों ने मुझे अपराध जगत की दुनिया में उतरने पर मजबूर कर दिया। और अब हमने आत्मसमर्पण के बाद समाज सेवा का संकल्प लिया है। हमने 13 साल की उम्र में गांव के एक दबंग आदमी ने अपहरण करवा लिया। जिसने हमें अपराध की दुनिया में उतरने पर विवश कर दिया। 18 साल बीहड़ो में दस्यु जीवन बिताने के बाद मुझे समाज सेवा की अभिलाशा पैदा हुई। 2010 में हमने समर्पण किया। 39 माह जेल में व्यतीत करके सीरियल बिगबाॅस में 77 दिन चुनौती पूर्ण निभाएं। एक फिल्म में भी मैंने भूमिका अदा की है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मैं बाबा रामदेव और अन्ना हजारे का समर्थन करती हूं। संस्थान के अध्यक्ष वीरंेद्र भदौरिया ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता। भ्रष्टाचार की मुहिम ही उसे अपराधी बनाती है। कार्यक्रम में सूरज सिंह, बेनीप्रसाद तिवारी, राजीव गुप्ता, प्रमोद पाण्डेय आदि ने शिरकत करके भागीदारी की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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