भारतीय जनता पार्टी ने बढ़ते अपराधों, बलात्कार, हत्या और लूट आदि के लिए बसपा सरकार को ही मुख्य अभियुक्त ठहराते हुए कहा कि बलात्कार सम्बंधी कानूनी प्राविधानों संशोधनों की घोषणा डरी हुई सरकार का आत्मरक्षा प्रलाप है। प्रदेश प्रवक्ता विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि इस सरकार ने मुकदमें न लिखे जाने के गुप्त निर्देश सभी पुलिस अधीक्षकों को दिए हैं। बसपाई अपराधियों और बलात्कारियों को खुला संरक्षण दे रहे हैं। लखीमपुर की घटना में कई बार पोस्र्टमार्टम हुआ। सरकार अभियुक्तों के बचाव में ही रही है। बाराबंकी की घटना में पुलिस ने ही मारी गई बालिका के परिजन को थाने में ही मार दिया। मुख्यमंत्री कृपया मार्गदर्शन करें कि ऐसी सारी आपराधिक घटनाएं क्या कड़े कानून के अभाव के कारण ही घटित हुई हैं? साफ जाहिर है कि सरकार की नीयत अपराधियों को सजा दिलाने की नहीं बल्कि संरक्षण देने की ही रही है। बढ़ते अपराधों का मुख्य कारण अपराधियों माफिया तत्वों को मिलने वाला सरकारी संरक्षण ही है।
श्री दीक्षित ने कहा कि अपराध रोकने के लिए सरकारी इच्छाशक्ति चाहिए। सरकार में इस इच्छाशक्ति का अभाव है। इस सरकार की पुलिस भी अपराध और हिंसा कर रही है। राज्य के किसी भी थाने में एफ0आई0आर0 नहीं लिखी जाती। बड़ी से बड़ी आपराधिक घटनाओं को अहस्तक्षेपी (एन0सी0आर0) मामला बनाकर ही लिखा जाता है। जनदबाव में ही अहस्तक्षेपी को संशोधित कर हस्तक्षेपी बनाया जाता है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही अहस्तक्षेपी पंजीयन जारी हैं। अपराध कम करके दिखाए जा रहे हैं।
श्री दीक्षित ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने इसी सबके विरोध में दिनांक 28 जून को महिला मोर्चे के राजभवन मार्च की घोषणा की है। कांग्रेस जंगलराज की मूकदर्शक है। वह केन्द्र को दिए जा रहे बसपाई समर्थन की कीमत चुका रही हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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