मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस द्वारा भाजपा के समक्ष राजनैतिक आत्म-समर्पण; बी.एस.पी. को प्रभावी विकल्प के रूप में उभरने का बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी का आह्वान

Posted on 20 June 2011 by admin

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा चार राज्यों की बी.एस.पी. यूनिटों का एक-दिवसीय ‘कार्यकर्ता अधिवेशन’  भोपाल में सफलतापूर्वक सम्पन्न

भोपाल (मध्य प्रदेश), 19 जून, 2011ः मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रमुख प्रतिपक्षी कांग्रेस पार्टी पर भाजपा के समक्ष राजनैतिक तौर पर पूर्ण रूप से आत्मसमर्पण कर देने का आरोप लगाते हुये बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उŸार प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ प्रदेश को भी, उŸार प्रदेश के पैटर्न पर तैयार करके व्यापक जनहित में सŸाा प्राप्त करें।

बी.एस.पी स्टेट यूनिट द्वारा यहाँ जम्बूरी मैदान में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा चार राज्यों के एक-दिवसीय “कार्यकर्ता अधिवेशन” को सम्बोधित करते हुये बी.एस.पी. प्रमुख ने कहाकि देश की राजनीति में मध्य प्रदेश का अपना विशिष्ट स्थान है, परन्तु कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के सामने अपने-आपको सरेण्डर कर रखा है, जिस कारण लगातार कई वर्षों से यहाँ    बी.जे.पी. का शासन चला आ रहा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही पार्टियों की नीतियाँ लगभग एक जैसी ‘ग़रीब-विरोधी’ व बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों को लाभ पहुँचाने वाली हैं। इस कारण ग़रीबों, शोषितों, पीड़ितों का इनसे क़तई भला होने वाला नहीं है। इन पार्टियों की नीतियाँ ग़रीबी, बेरोज़गारी, महँगाई व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली हैं। इसलिये आपके अपने-अपने प्रदेशों ख़ासकर मध्य प्रदेश में बी.एस.पी. के लोगों को, उŸार प्रदेश की तरह, लोगों के समक्ष एक अच्छा राजनैतिक विकल्प बनकर उभरना होगा। मध्य प्रदेश में     बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी ने अपना काफी खून-पसीना लगाया है। यहाँ के लोगों को भी अपना खून-पसीना लगाकर पार्टी संगठन को और ज़्यादा मज़बूत व जनाधार को बढ़ाना चाहिये, ताकि बी.एस.पी. मध्य प्रदेश में भी सŸाा प्राप्त कर दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में मुस्लिम, सिख, बौद्ध, पारसी व ईसाइयों के साथ-साथ अपरकास्ट समाज के ग़रीब लोगों, महिलाओं, छात्रों व अन्य पेशों में लगे लोगों की बेहतर देखभाल कर सके।

माननीया सुश्री मायावती जी ने कहाकि देश के समक्ष आज ग़रीबी, बेरोज़गारी व आसमान छूती महँगाई सबसे बड़ी समस्या है क्योंकि पूरे देश में हर वर्ग व हर समाज के लोग इससे त्रस्त हैं, परन्तु कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार इस गंभीर समस्या के प्रति उदासीन व लापरवाह है तथा उसके नेता केवल संकीर्ण राजनीति करने में व्यस्त हैं। यही हाल कांग्रेस व भाजपा-शासित राज्यों का भी है, जबकि उŸार प्रदेश में बी.एस.पी. की सरकार ने कई कारगर उपाय करके प्रदेश की जनता को इन मामलों में काफी राहत पहुँचायी है। स्थायी व अस्थायी रोज़गार के लाखों नये अवसर मुहैया कराये गये हैं तथा अपने स्तर पर विभिन्न करों आदि में कमी करके जानलेवा महँगाई से लोगों को काफी राहत पहुँचायी गयी है। सर्वसमाज के 31 लाख अत्यन्त ग़रीब परिवारों की महिला मुखिया को “उŸार प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया ग़रीब आर्थिक मदद योजना“ के माध्यम से 400 रुपये प्रतिमाह की दर से एक मुश्त छह माह की 2,400 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करके उनके आँसू पोंछने का काम किया गया है तथा आगे और भी परिवारों को इस योजना के लाभ में शामिल किया जायेगा।

अपने भारत देश में 80 करोड़ से ज़्यादा लोग 20 रुपये मात्र पर अपना दिन गुज़ारने को मजबूर हैं; इसलिये कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमत में, की गयी भारी वृद्धि “जानलेवा” है, जिसके खि़लाफ बी.एस.पी. ने “देशव्यापी जन-आन्दोलन” छेड़ा है, जिसकी शुरूआत उत्तर प्रदेश के समस्त 72 ज़िलों के मुख्यालय पर दिनांक 31 मई सन् 2011 को विशाल धरना-प्रदर्शन करके की जा चुकी है। उन्होंने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों की पार्टी यूनिटों के प्रभारियों को भी निर्देंशित किया कि वे भी अपने-अपने प्रदेश में केन्द्र सरकार की इस ‘जन-विरोधी नीति’ के खि़लाफ विशाल धरना-प्रदर्शन आयोजित कर इस “जन-विरोधी” नीति का विरोध करें।

इससे पूर्व यहाँ जम्बूरी मैदान स्थित कार्यक्रम स्थल पहुँचने पर बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीया सुश्री मायावती जी का, “बी.एस.पी. ज़िन्दाबाद, बहन कुमारी मायावती जी ज़िन्दाबाद” आदि ज़ोरदार नारों के साथ स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में मध्य प्रदेश, राजस्थान व हरियाणा प्रदेश के केन्द्रीय संयोजक व राज्यसभा सांसद श्री राजाराम व श्री धर्मप्रकाश भारती (एम.एल.सी.), छŸाीसगढ़ राज्य में पार्टी के केन्द्रीय संयोजक श्री सेवाराम व उड़ीसा राज्य के संयोजक श्री धरमवीर सिंह अशोक, श्री रामपाल तथा श्री मुरारी सिंह पेशकार आदि प्रमुख थे। साथ ही, मुख्य अतिथि के सम्बोधन से पूर्व, कलाकारों ने मिशनरी गीत व शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीया सुश्री मायावती जी का स्वागत किया।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कल शनिवार दिनांक 18 जून, 2011 को यहाँ भोपाल, मध्य प्रदेश पहुँचने पर माननीया सुश्री मायावती जी का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में चारों राज्यों में पार्टी के केन्द्रीय संयोजकों के साथ-साथ मध्य प्रदेश बी.एस.पी. यूनिट के अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद अहिरवार, राजस्थान प्रदेश बी.एस.प. यूनिट के अध्यक्ष श्री भगवान सिंह बाबा, छŸाीसगढ़ राज्य यूनिट के अध्यक्ष श्री सदानन्द मारकन्डे एडवोकेड व उड़ीसा राज्य बी.एस.पी. यूनिट के अध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार नायक आदि प्रमुख थे। मध्य प्रदेश में रीवा से बी.एस.पी. के लोकसभा सांसद श्री देवराज सिंह पटेल व मध्य प्रदेश में बी.एस.पी. के सात विधायकों सर्वश्री रामलखन सिंह पटेल, मदन कुशवाहा, परसराम मुदगल, मनीराम धाकड़, राजकुमार उरमलिया, रामगरीब कौल, राधेलाल बघेल के अलावा सिंगरौली की महापौर श्रीमती रेनु शाह व पूर्व सांसद श्री सुखलाल कुशवाहा के साथ-साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी माननीया सुश्री मायावती जी का स्वागत किया।

माननीया सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ कार्यकर्ता अधिवेशन को सम्बोधित करने से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारियों व केन्द्रीय को-आॅर्डिनेटरों से अलग-अलग मुलाक़ात कर, यहाँ इन राज्यों में चल रही पार्टी संगठन से सम्बंधित गतिविधियों व तैयारियों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों की बी.एस.पी. यूनिट के वरिष्ठ पदाधिकारियों व केन्द्रीय कोआॅर्डिनेटरों ने पार्टी संगठन व उसकी तैयारी के सम्बन्ध में अपने-अपने प्रदेश की रिपोर्ट पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीया सुश्री मायावती जी को पेश की।

कल दिनांक 18 जून, 2011 को कई घण्टे तक चली इस बैठक में माननीया सुश्री मायावती जी ने बी.एस.पी. संगठन के कार्यों की गहन समीक्षा के साथ-साथ, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने व पार्टी संगठन को उŸार प्रदेश के पैटर्न पर, मज़बूत करने के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इन कार्यों में होने वाली दिक़्क़तों का भी उन्हांेने तत्काल समाधान किया और आह्वान किया कि आपके अपने-अपने प्रदेशों में जब भी विधानसभा का आम चुनाव होता है तो उसमें उŸार प्रदेश की तरह अच्छा प्रदर्शन करके इन राज्यों की जनता की उम्मीदों पर पूरा उतरने का प्रयास करें। उन्होंने कहाकि सर्वसमाज के लोगों को “सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय” की नीति के आधार पर बी.एस.पी. से जोड़ कर आगे बढ़ना होगा, क्योंकि आम जनता को विरोधी पार्टियों ख़ासकर कांग्रेस व भाजपा की हुकूमतों से यहाँ भी काफी ज़्यादा निराशा है तथा उन्हें एक अच्छे विकल्प की तलाश है। इसके साथ ही, उŸार प्रदेश की तरह आप लोगों को भी यदि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छŸाीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों में बी.एस.पी. को सŸाा में लाकर ग़रीब, शोषित व उपेक्षित लोगों की सरकार बनानी है तो कैडर के आधार पर इन प्रदेशों में भी मिशनरी भावना से काम करते हुये जी-जान से पूरी तैयारी करनी होगी, तभी यहाँ दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्में महान् सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों में भी खासतौर से महात्मा ज्योतिबा फूले, छत्रपति शाहूजी महाराज, नारायणा गुरू, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी का, इस देश में सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति लाने का सपना साकार हो सकता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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