भारतीय जनता पार्टी ने आज आरोप लगाया कि बसपा सरकार की पुलिस प्रशासन पर पकड़ खत्म हो गई है। बसपा राज में पुलिस जनता का उत्पीड़न कर रही है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में थानों के भीतर बलात्कार व हत्या जैसी घटनाओं में बढ़ोत्तरी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ होने के मुख्यमंत्री के दावों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पुलिस कर्मी भी बसपा सरकार के मंत्री-विधायकों की राह पर चलकर बलात्कार व हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
श्री पाठक ने पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि बाराबंकी में युवती की हत्या व हत्या के मामले में आरोपित व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत तथा उसके बाद पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से आम जनता में भय व दहशत का वातावरण व्याप्त है। उन्होंने बताया कि बाराबंकी में हुए इस बीभत्स घटना की जांच के लिए गई प्रदेश महामंत्री नरेन्द्र सिंह व विन्ध्यवासिनी कुमार की टीम से मिली रिपोर्ट के अनुसार मृतक युवती सविता मौर्य का एक विवाह समारोह के दौरान अपहरण हो गया था। बाद में पुलिस ने मामले की सच्चाई को अनदेखा करते हुए मनगढं़त कहानी रचकर युवती की हत्या के मामले में एक व्यक्ति को फंसाने का षडयंत्र रचना शुरू कर दिया और उसे हिरासत में लेकर पीट-पीट कर मार डाला। पार्टी का मानना है कि यह पुलिस हिरासत में की गई हत्या है और इस मामले में आरोपित पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। क्योंकि एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद भी पुलिसिया तांडव अभी बंद नहीं हुआ है और पुलिस ने युवती की हत्या के मामले में उसके चाचा को भी आरोपी बनाकर जेल भेज दिया है।
श्री पाठक ने कहा कि इस पूरे मामले को दबाने के लिए उच्चस्तर पर प्रयास जारी हैं। ऐसे में पूरे बाराबंकी जिले में आमजन भयभीत हैं कि कहीं पुलिस अपने काले कारनामे को छुपाने के लिए कोई दमनात्मक कदम न उठा दे। श्री पाठक ने कहा कि सरकार यदि मामले को लेकर इतनी ही गम्भीर है तो दोनों ही मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक करे व मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रू0 का मुआवजा देते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के विरूद्ध भी तत्काल दण्डनात्मक कार्रवाई करे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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