भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सत्यदेव सिंह ने बसपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में माया राज में किसानों के उत्पीड़न और उसके प्रति संवेदनहीनता और प्रशासनिक अक्षमता और असीमित भ्रष्टाचार के परिणामस्वरूप गरीबों और किसानों द्वारा आत्महत्या की जा रही है। 15 मई 2011 को कानपुर के घाटमपुर में भूमि विकास बैंक के कर्जे की वसूली से तबाह रामचेला सोनकर ने आत्महत्या कर ली है। निवासी तहसील मिसरिक, ब्लाक पिसांवा, सीतापुर जनपद की रामगुनी जो तीन चार दिनों से भूख से तड़प रही थी और राशन की दुकान पर दौड़ रही थी राशन नही मिलने के कारण दुकान पर ही दम तोड़ दिया।
प्रवक्ता सत्यदेव सिंह ने कहा कि दलित पिछड़े और अत्यधिक गरीबों के कल्याण का नारा देकर सत्ता में आई मायावती सरकार में इन सबका क्या हश्र हो रहा है उसके ये कुछ उदाहरण मात्र हैं। कुछ दिनों पूर्व बुंदेलखंड के किसानों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा राहुल गांधी की बहुप्रचारित जनसभा तथा 2 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा भी हवा हवाई है। उ0प्र0 में जो किसान भूख और कर्जे के अभिशाप से बचे हैं उन्हें माया सरकार, उसकी पुलिस व प्रशासन मौत के घाट उतार रहे हैं और अंतिम संस्कार भी कर रहे हैं। भट्टा पारसौल ग्राम में पुलिस प्रशासन ने घेरा बंदी कर रखी है और वहां बचे हुए ग्रामीणों और उनके परिवार भुखमरी के शिकार हो रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा द्वारा उन्हें जो आवश्यक वस्तुंऐ राशन, चाय, चीनी, खाद्य सामग्री वितरित की जा रही थी, उसका वितरण करने से संवेदनहीन सरकार के प्रशासन ने रोक दिया है। गांव के बाहर ही जब कुछ लोग यह सामग्री लेेने आए तो बाद में शेष लोग भी आगे आए और लम्बी कतार लगी। दो दिनों तक यह वितरण किया गया है और आगे भी यह आवश्यक वितरण सामग्री का कार्य आवश्यकतानुसार किया जाएगा। इन ग्रामों के घायल व बीमार किसानों की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा भाजपा द्वारा की जा रही है। पूरा प्रदेश अराजकता और अत्याचार से तबाह है। जितनी जल्दी केन्द्र की कांगे्रस नीति सरकार और उ0प्र0 की माया सरकार का पतन होगा देश और प्रदेश का हित सुरक्षित रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com