जनपद गौतमबुद्ध नगर में 6 व 7 मई को हुई घटना पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। इस गांव में भूमि अधिग्रहण का कोई मुद्दा लम्बित नहीं है। किसानों को राज्य सरकार द्वारा उनकी भूमि का समुचित मुआवजा आपसी सहमति से करार नियमावली के तहत दिया जा चुका है। नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों के अंतर्गत किसानों को भूमि अधिग्रहण से सम्बन्धित कोई शिकायत नहीं है। कतिपय लोग कुछ राजनैतिक दलों के समर्थन से किसानों में भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे है तथा उन्हें प्राधिकरण के खिलाफ भड़का रहे हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस घटना मंे मारे गये पुलिस के दो जवानों के परिजनों को उनके देय धनराशि के अलावा 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।
पुलिस महानिदेशक श्री करमवीर सिंह आज यहां लाल बहादुर शास्त्री स्थित मीडिया संेटर में पत्रकारों को गौतमबुद्ध नगर के घटनाक्रम की जानकारी दे रहे थे। उन्हांेने कहा कि श्री मनवीर सिंह तेवतिया जो बुलन्दशहर के रहने वाले है एवं श्री नीरज मलिक निवासी पारसौल कतिपय राजनैतिक पार्टियों के समर्थन से विगत कुछ दिनों से किसानांे की भूमि अधिग्रहण एवं मुआवजा सम्बन्धी मांगों की आड़ में ग्राम भट्टा में ग्रामीणों को भ्रमित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 02 मई, 2011 को श्री तेवतिया के कथित इशारे पर ग्रामीणों द्वारा रुस्तमपुर-चांदपुर लिंक रोड पर सड़क निर्माण का कार्य कर रहे मजदूरों को डराया एवं धमकाया भी गया था। श्री तेवतिया अपने राजनैतिक स्वार्थांे के लिए कभी अलीगढ़, कभी आगरा तथा कभी गौतमबुद्ध नगर के किसानों को गुमराह करते रहते है।
श्री सिंह ने कहा कि कतिपय लोग कुछ राजनैतिक दलों के समर्थन से किसानों में भ्रम की स्थिति पैदा करके उन्हें प्राधिकरण के खिलाफ भड़का रहे है। उन्होंने कहा कि दिनांक 06 मई, 2011 को श्री तेवतिया सर्वदलीय किसान संघर्ष समिति के देख-रेख में ग्राम भट्टा थाना दनकौर में असामाजिक तत्वों द्वारा लगभग 10 बजे एक सी0एन0जी0 बस यू0पी0 32 सीजेड 3643 में आयी ग्रेटर नोएडा के सर्वे टीम के चालक श्री जितेन्द्र व दो सुपरवाइजरों श्री दुर्गेश भारद्वाज व निरंजन सिंह को बंधक बना लिया गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा बंधकों को छुड़ाने के लिए कल श्री मनवीर सिंह तेवतिया से सम्पर्क किया गया किन्तु कोई परिणाम नहीं निकला। बंधक बनाये गये रोडवेज कार्मिकों के परिवारों द्वारा भी पेशकश की गई किंतु बंधकों को नहीं छोड़ा गया।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आज 07 मई को लगभग 2.30 बजे पुलिस महानिदेशक मेरठ परिक्षेत्र, जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक फोर्स के साथ गांव में गये हुए थे। धरनास्थल पर एकत्रित भीड़ द्वारा पुलिस पार्टी पर पथराव किया गया। जिला प्रशासन ने भीड़ को भगाने के लिए आसु गैस का प्रयोग किया जिस पर आन्दोलनकारियों की ओर से फायरिंग की गयी। इस घटना में जिलाधिकारी श्री दीपक अग्रवाल के घुटने के ऊपर गोली लगी जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा दो आरक्षियों श्री मनवीर सिंह व श्री मनोहर सिंह की उपद्रवियों द्वारा गोली चलाने से मृत्यु हो गयी तथा भारी गोलीबारी एवं पथराव में कई पुलिस कर्मी घायल हो गये, जिसमें से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गौतमबुद्धनगर भी हैं, जो इस वक्त अस्पताल में उपचार्रत हैं । इस घटना में एक उपद्रवी के मारे जाने की भी सूचना है।
श्री सिंह ने कहा कि आयुक्त तथा पुलिस महानिरीक्षक मेरठ मौके पर पहुंच गये है तथा उपद्रवियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। पुलिस महानिदेशक पीएसी, उ0प्र0 एवं विशेष पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था श्री बृजलाल भी घटना स्थल के लिए प्रस्थान कर गये है। इस समय स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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