वैद्यराज गंगाधर द्विवेदी के संयोजन में आयूर्वेद के विकास हेतु दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन प्राचीन तीर्थ क्षेत्र नैमिषारण में आचार्य प्रभाकर मिश्र की अध्यक्षता में रामसूरत दूबे सेवा निवृत्त आयुक्त के मुख्य आतिथि में सम्पन्न हुआ सम्मेलन में देश भर के आयुर्वेदिक मनीषी चिन्तक ने आयुर्वेद के विकास स्वास्थ्य एवं निरोग जीवन के लिए ऋषि मुनियों द्वारा की गयी खोजों का लाभ जन-जन तक पहुचाने के साथ आधुनिक विज्ञान की कसौटी पर आयुर्वेद को और अधिक जनउपयोगी बनाने पर बल दिया।
समारोह स्थल पर जड़ी-बूटियों, विभिन्न निर्माणशालाओं के श्रेष्ठ उत्पादों की प्रदर्शनी, आयुर्वेद प्रमुख द्रव्य खनिज, प्राणित उदाभेज द्रव्यों की प्रदर्शनी, धर्मकर्म योग, अध्यात्म चिकित्सा की दुर्लभ वस्तुओं की प्रदर्शनी योग का सार्वजनिक प्रदर्शन, प्राकृतिक चिकित्सा पर व्याख्यान, विभिन्न प्रान्तों से आये हुए विद्वान वैद्य-हकीमों का सम्बोधन, विभिन्न रोगा पर अपना-अपना अनुभव पर व्यख्यान व प्रदर्शन, जटिल बीमारियां जैसे मधुमेह, गुर्दा के रोग, हृदय रोग, स्नायु रोग, गठिया रोग, शिरोरोग, बाल का झड़ना, गन्जापन, असमय में बाल सफेद होना, नेत्र दृष्टि क्षीणता, महिलाओं में रजोदोष, गर्भाशय दोष, बन्ध्यापन, स्वेत रक्त प्रदर, गर्भश्राव, पुरुषों में प्रमेह, धातुक्षय, शुक्रकीट का अभाव, नपंसकता, उदरव्याधि, कब्ज, श्वांस क्षय, स्टोन प्रोस्टेट बृद्धि,मोटापा, चर्मरोग, सफेद दाग, मनोरोग, मखरोग, नशिका एवं कर्ण रोगों पर चर्चा व समाधान किया गया।
सम्मेलन में डा0 श्ेिाव कुमार मिश्र, महन्त श्री लक्ष्मण दास जी महाराज, महावीर दास जी महाराज, जयपाल शास्त्री, वैद्य त्रिलोकी चन्द्र, पूर्व न्यायधीश रामचन्द्र शुक्ल, अनिल चन्द, श्याम शंकर पाण्डेय, अमित कुमार, आन्नद सिंह यादव, डा0 रवि रस्तोगी (उत्तराखण्ड), डा0 गौरी शंकर शर्मा (बिहार), डा0 महेन्द्र हंस (कुरुक्षेत्र, हरियाणा), डा0 संदीप डी0 प्रभु गांवकर (गोवा), डा0 ए0के0 जैन (मध्यप्रदेश), अनिल कुमार शर्मा ‘‘उत्साही’’(शिवपुरी), डा0 विजय कुमार पाठक (उज्जैन), लायन डा0 वीरेन्द्र कुमार दूबे (जबलपुर), डा0 गुलशन कुमार बत्रा (पानीपत), अमित शुक्ल (प्रतापगढ़), गिरिजा रमण मिश्र (प्रतापगढ़) आदि लोग उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com