लखनऊ। उ0प्र0 में आपदा प्रबन्धन से जुड़ा तंत्र सक्रिय है। विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराकर लेखपाल, कानूनगो और नायब तहसीलदार स्तर तक के कर्मचारियों को आपदा प्रबन्धन से संबंधित नियमों की जानकारी करायी जा रही है। दैवी आपदा के बचाव से संबंधित उपकरणों आदि के वास्तविक एवं व्यवहारिक प्रयोग का अभ्यास भी इन कर्मचारियों को कराया जा रहा है। भूकम्प के संबंध में मांक ड्रिल कार्यक्रम आयोजित कराये गये हैं। अगला मांक ड्रिल कार्यक्रम जनपद आगरा में प्रस्तावित है।
उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री के0के0सिन्हा ने यह जानकारी आज यहां दी। उन्होंने बताया कि जनपद बाराबंकी, बहराइच और हरदोई में प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हो चुके हैं और अन्य कई जिलों में प्रारम्भ कराये जा रहे हैं। कुछ जनपदों में सामग्री भी भेजी जा रही है। जनपद गाजियाबाद में हेड लेंस और डूबने से बचाव के यंत्र भेजे गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण अभी दो दिनों का दिलाया जा रहा है परन्तु इसे कम से कम तीन दिवसीय करने की मांग कर्मचारी कर रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम सेना के रिटायर्ड कर्नल और अधिकारियों की देख-रेख में होते हैं तथा आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन का सहयोग भी ले लिया जाता है।
श्री सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण के सहयोग से प्रदेश में भूकम्प के संबंध में माॅक ड्रिल भी आयोजित कराये गये हैं। जनपद सहारनपुर और लखनऊ में मांक ड्रिल कार्यक्रम हो चुके हैं और अतिशीघ्र जनपद आगरा में मांक ड्रिल का आयोजन कराया जायेगा। इस अवसर पर प्रदेश के अधिकारियों के अलावा अन्य प्रदेशों के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के राज्य स्तरीय आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण का कार्यालय पिकप भवन में बन रहा है जो लगभग दो माह में पूरी तरह से बन कर तैयार हो जायेगा।