- श्री सिंह को कांग्रेस पार्टी के लम्बे शासनकाल के दौरान लगातार हुए घोटालों की याद कर लेनी चाहिए
- डा0बी0पी0 सिंह की हत्या के प्रकरण में श्री दिग्विजय सिंह की बयानबाजी उनकी घटिया सोच और अवसरवादी राजनीति का प्रतीक
- आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबी है कांगे्रस पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार
- भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देना कांगे्रस पार्टी की संस्कृति का हिस्सा
- मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए श्री दिग्विजय सिंह नये शगूफे छोड़ते रहते हैं
प्रवक्ता, बी0एस0पी0 प्रदेश कार्यालय, लखनऊ ने कांग्रेस पार्टी के महासचिव श्री दिग्विजय सिंह द्वारा आज एक प्रेसवार्ता में राज्य सरकार पर लगाये गये आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले श्री सिंह को कांग्रेस पार्टी के लम्बे शासनकाल के दौरान लगातार हुए घोटालों की याद कर लेनी चाहिए थी, जिसके चलते उत्तर प्रदेश सहित पूरा देश आज तक गरीबी की मार झेल रहा है। उन्होंने कहा कि जनता अच्छी तरह जानती है कि गैर कांग्रेसी सरकारों की छवि को धूमिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं इसलिए श्री सिंह जैसे नेताओं की बयानबाजी को गम्भीरता से नहीं लेती।
प्रवक्ता ने डा0बी0पी0 सिंह की हत्या के प्रकरण में श्री दिग्विजय सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी को उनकी घटिया सोच और अवसरवादी राजनीति का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में बी0एस0पी0 सरकार पर आरोप लगाने से पहले कांगे्रस पार्टी को अपने शासनकाल के दौरान राज्य में घटित आपराधिक घटनाओं को भी अवश्य याद कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस हत्याकाण्ड की तेजी से छानबीन की जा रही है और इसमें जो भी लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ विधिसम्मत कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच तत्परता से की जा रही है तथा शीघ्र ही हत्यारों को तथा जिनके माध्यम से अथवा जिनके कारण यह हत्या कराई गई है उनको राज्य सरकार द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रशासनिक अनुभव रखने वाले श्री सिंह को यह मालूम होना चाहिए कि ऐसे मामलों की संवेदनशीलता को देखते हुए कुछ कहना जांच में बाधा उत्पन्न कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के दो तत्कालीन मंत्रियों ने नैतिकता के आधार पर स्वेच्छा से इस्तीफा देकर स्वस्थ संसदीय परम्परा के पालन का परिचय दिया है।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि श्री सिंह उस कांग्रेस पार्टी के नुमाईन्दे हैं, जिसके नेतृत्व वाली केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबी हुईं है। रोज नये-नये घोटाले सामने आ रहे हैं, जिसके कारण देश की जनता को इनकी संख्या तक याद रखना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस पार्टी की केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रमण्डल खेल के आयोजन में किये गये हजारों करोड़ रूपये के घोटाले के कारण पूरी दुनिया के सामने देश को शर्मिन्दा होना पड़ा। उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में तत्कालीन केन्द्रीय संचार मंत्री श्री ए0 राजा को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर जेल जाना पड़ा, जबकि कांगे्रस पार्टी के नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 सरकार उन्हें अन्तिम समय तक बचाने में लगी रही। इसी प्रकार प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े एस0बैण्ड घोटाले में भी केन्द्र सरकार लीपापोती कर रही है, क्योंकि अन्तरिक्ष विभाग सीधे तौर पर इससे जुड़ा है और प्रधानमंत्री जी स्वयं इस विभाग को देखते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि कांगे्रस पार्टी के नेताओं को कारगिल शहीदों के आश्रितों के आवास हेतु मुम्बई की आदर्श सोसाइटी में महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों द्वारा किये गये घोटाले को भी याद कर लेना चाहिए, जिसके चलते महाराष्ट्र सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अशोक चव्हाण को त्यागपत्र देना पड़ा। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रदेशों में कांगे्रस की सरकारों में कानून-व्यवस्था की स्थिति का आलम यह है कि महाराष्ट्र में एडीएम स्तर के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा राजस्थान में एक पुलिस इंस्पेक्टर को जिन्दा जला दिया गया।
बी0एस0पी0 प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देना कांगे्रस पार्टी की संस्कृति का हिस्सा है और इस क्षेत्र में उसका लम्बा इतिहास रहा है। इसके विपरीत बी0एस0पी0 ही देश की इकलौती ऐसी पार्टी है, जिसने कानून तोड़ने पर अपने लोगों को भी नही बख्शा है। उन्होंने कहा कि श्री दिग्विजय सिंह को यह बताना चाहिए कि कांगे्रस पार्टी की केन्द्र सरकार अथवा राज्यों की उसकी सरकारों में अनियमितता के दोषी पाये गये लोगों के खिलाफ क्या कार्यवाही की गयी है। उन्होंने कहा कि एक केन्द्रीय मंत्री का नाम तो आये दिन खुलने वाले घोटालों में नियमित रूप से सुर्खियों में रहता है, इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कदम क्यों नहीं उठाये जाते।
प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले श्री सिंह को सबसे पहले श्री हजारे कोे दिल्ली, महाराष्ट्र सहित उन राज्यों में आने का न्योता देना चाहिए, जहां पर कांग्रेस शासित सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि श्री सिंह भ्रष्टाचार को लेकर दोहरा मापदण्ड अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि श्री अन्ना हजारे के नेतृत्व में सिविल सोसाईटी देश से भ्रष्टाचार मिटाने की बात कर रही है, तो यू0पी0ए0 सरकार के कुछ मंत्री सिविल सोसाईटी के इस मुहीम को रोकने के लिए तरह-तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री सिंह को चाहिए कि वे अपनी पार्टी के इन सहयोगियों की मानसिकता को बदलने की कोशिश करें।
प्रवक्ता ने कहा कि मीडिया की सुर्खियां बटोरने की नीयत से श्री दिग्विजय सिंह पूरे देश में घूम-घूम कर नये शगूफे छोड़ते रहते हैं, जिसके कारण उनकी पार्टी के हाईकमान को प्रायः असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इनकी ऐसी ड्रामेबाजी की बदौलत मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी सत्ता से बेदखल हुई। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि श्री सिंह के बयानों को अब उनकी पार्टी के लोग ही गम्भीरता से नहीं लेते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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