भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ बसपा के ’’दलित पे्रम’’ को बसपा की अवसरवादी राजनीति का एजेण्डा बताया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में ’दलित’ महिला मुख्यमंत्री के राज में सत्तारूढ़ दल के मंत्री विधायकों व नेताओं ने ही ’दलित’ महिलाओं के साथ दुराचार किया और सत्ता के दबाव में पुलिस मौन रही। ऐसे में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष जो सरकार में मंत्री भी हैं उनको यह नैतिक अधिकार ही नहीं है कि वह दलित हितैषी होने का दावा करें।
पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्री पाठक ने बसपा प्रदेश अध्यक्ष को याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें यह नहीं भुलना चाहिए कि जिस राज्य में दलित उत्पीड़न का मामला उन्होंने उठाया है वहां उसी कांगे्रस की सरकार है जिसको केन्द्र में बसपा का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा शासनकाल में सत्ता नजदीकी बनकर दबंग, माफिया दलितों पर पर कहर बरपा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण चित्रकूट का है। जहां धौरही गांव में दलित युवक भगवानदीन कोअपनी बहन से छेड़छाड़ का विरोध करना मंहगा पड़ा। बसपा के नजदीकी युवकों ने भगवान दीन को घर से बुलाकर जिंदा जलाकर मार डाला। अब मामला तूल पकड़ता देखकर सत्तारूढ दल के दबाव में पुलिस परिजनों को वर्दी का खौफ दिखाकर डरा-घमका रही है और मामले को बिना किसी लिखा पढ़ी के मामले को रफा-दफा करने में जुटी है।
श्री पाठक ने कहा कि बसपा के सत्ता में आने के बाद से ही दलित महिलाओं के साथ दुराचार व दलितों की हत्याओं आदि की वारदातों में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई। लेकिन दलितों के वोट की बदौलत सत्ता पर काबिज होने वाली मुख्यमंत्री एवंउनके दल के नेताओं ने दलित उत्पीड़न रोकने के लिये कोई कारगर रणनीति न बनाकर केवल कोरी बयानबाजी कर अपने कर्तब्यों की इतिश्री कर रहे हैं। अपने उत्पीड़न एवं उपेक्षा के शिकार दलित अब बसपा की असलियत जान चुके है, आने वाले चुनाव में बसपा को सबक सिखायेंगे।
लखनऊ 21 अपै्रल। भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ बसपा सरकार निकायों पर कब्जा करने के लिए सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर रही है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज कहा कि स्थानीय निकाय निर्वाचन के लिये त्रुटिपूर्ण मतदाता सूची प्रकाशित करने के बाद अब निकायों के अध्यक्षों, महापौर व पार्षदों आदि के पदों पर मनमाने आरक्षण की चाहत रखने वाले बसपा नेता सत्ता शीर्ष से दबाव डालकर पूरी चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा पूरी तैयारियों के साथ निकाय चुनावों में उतरेगी। पार्टी ने निकाय चुनावों के मद्देनजर वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न महानगरों में जिम्मेदारी सौंपी है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आजकहा कि निगम चुनावों की तैयारियों में नियमों को दरकिनार कर अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ सहित कई अन्य महानगरों में पुरानी मतदाता सूची का वर्ष बदलकर प्रकाशित कर दिया गया। आनन-फानन में घोषित मतदाता सूची में कई मतदाताओं के नाम ही नहीं बढ़ पाये। उन्होंने आश्ंाका जताई के निकाय अध्यक्षों एवं वार्डो के आरक्षण में सत्ताधारी दल बसपा सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर आरक्षण की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
श्री पाठक ने बताया कि निकाया चुनावों में बेहत्तर प्रदर्शन के लिये पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी को लखनऊ महानगर का प्रभारी बनाया है, जबकि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 रमापति राम त्रिपाठी वाराणसी, विधानमण्डल दल के नेता ओमप्रकाश सिंह गोरखपुर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी मुरादाबाद, राष्ट्रीय मंत्री संतोष गंगवार आगरा, व अशोक प्रधान बरेली, विधान परिषद में दल के नेता नैपाल सिंह मेरठ, वरिष्ठ सांसद लाल जी टण्डन कानपुर, विधान मण्डल दल के उपनेता हुकुम सिंह गाजियाबाद, प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला इलाहाबाद, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई को अलीगढ़, स्वतंत्र देव सिंह को सहारनपुर, डा0महेन्द्र सिंह को झांसी महानगर को प्रभारी बनाया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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