Categorized | लखनऊ.

अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टु-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम में प्रतिभाग हेतु चीन जायेगा सी.एम.एस. छात्र दल

Posted on 18 April 2011 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर का दस सदस्यीय छात्र दल ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.)’’ के अन्तर्गत तीन सप्ताह की शैक्षिक यात्रा पर चीन रवाना हो रहा है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि आई.एस.एस.ई. प्रोग्राम के अन्तर्गत सी.एम.एस. का छात्र दल चीन के गोंग युआन प्राइमरी स्कूल, गुआंजी की शैक्षिक यात्रा करेगा एवं इस दौरान गांग युआन प्राइमरी स्कूल के छात्रों के साथ क्लास में बैठकर पढ़ाई एवं खेलकद व सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेगा। इसके अलावा सी.एम.एस. छात्र चीन के परिवारों में रहकर वहां की सभ्यता व संस्कृति से भी रूबरू होंगे। श्री शर्मा ने बताया कि चीन रवाना होने वाले इस छात्र दल के बाल सदस्यों में प्रद्युम्न कुमार बहुखण्डी, दिव्यांशी जायसवाल, दिव्यांशी चैहान, दिव्यांशी पाण्डेय, हर्षित त्रिपाठी, ध्रुव अनन्त, चन्द्रगुप्त तथा विश्वेन्द्र रघुवंशी शामिल है। छात्र दल का नेतृत्व सी.एम.एस. गोमती नगर की शिक्षिका सुश्री नीना चोपड़ा कर रही है जबकि डिप्टी लीडर के रूप में शिक्षिका सुश्री वंदना शाह चीन जायेंगी।

श्री शर्मा ने बताया कि ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.)’’ ऐसा अनूठा अन्तर्राष्ट्रीय प्रोग्राम है जो विभिन्न देशों के छात्रों को आमने सामने विचारों के आदान प्रदान का अवसर उपलब्ध कराता है। आईएसएसई प्रोग्राम का उद्देश्य विभिन्न देशों के छात्रों के बीच विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की भावना को विकसित करना है। इस प्रोग्राम के तहत विभिन्न देशों के बच्चे मेजबान परिवारों में रहकर एक-दूसरे की संस्कृति, सभ्यता, भाषा, खेलकूद, रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज आदि का नजदीक से ज्ञान प्राप्त करते हैं। श्री शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी सी.एम.एस. के कई छात्र दल मैक्सिको, आस्ट्रेलिया, मलेशिया, अमेरिका व जापान आदि देशों की शैक्षिक यात्रा पर जा चुके हैं।

श्री शर्मा ने बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल अपने छात्रों को इस प्रकार की शैक्षिक यात्राओं में भाग लेने के अधिक से अधिक अवसर प्रदान कराता है जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ी का सामान्य ज्ञान बढ़ाना, स्वस्थ मनोरंजन तथा विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करना है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया एक ग्लोबल विलेज का स्वरूप धारण कर चुकी है तथापि छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों, सभ्यता तथा विभिन्न विचारों से रूबरू कराकर उनके दृष्टिकोण को विश्वव्यापी बनाना आज की महती आवश्कता है। इस तरह के प्रयासों से देश-दुनिया के बच्चे एक-दूसरे के निकट आते हैं जिससे सारे विश्व में शान्ति एवं विश्व एकता स्थापित करने में तथा विश्वव्यापी दृष्टिकोण के विकास से उन्हें विश्व नागरिक के रूप में विकसित करने में सहायता मिलती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

April 2024
M T W T F S S
« Sep    
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  
-->









 Type in