राष्ट्रीय समाजवादी पार्टी (सेक्यूलर) के नामांकन कराने के साथ ही हमने निष्चय किया कि देष को अंगे्रजो से आजाद करना आसान था क्योंकि वे 125000 थे और बाहर के थे लेकिन भारत को भ्रष्टाचारियों, रिष्वतखोरों, पूंजीवादियो, समाजवाद के दुष्मनों से देष को बचाना ये बहुत मुष्किल है क्योंकि ये इसी देष के है और संख्या में करोड़ो में है। फिर भी हिम्मत करके पार्टी के संगठन को बढ़ा कर जितना हो सके मुकाबला करेगे तथा साथ में इनका नाष करेगे, देष में इसके अलावा मंहगाई, बेरोजगारी, देष के अन्दर तथा बाहर असुरक्षा की भावना, षिक्षा के क्षेत्र में षासन की उदासीनता स्वास्थ के बारे में षासन के द्वारा उचित कदम का ना उठाना, किसानों के बारे में उनके उचित खाद बीज को उपलब्ध न कराना, उनके उत्पादन पर एम.आर.पी न देना छोटे वर्ग को प्राथमिकता न देना पूंजीपति को घर बैठे बैंको से लोन मिल जाता है लेकिन गरीब किसान को किसी किमत पर लोन नही मिलता राज्य सरकारे एवम् केन्द्र सरकारो के पास लिस्टेड आदमी है सरकारे उनके कामों तक सिमित हो कर रह गयी है जिसको जनता अपना अमूल्य वोट देकर अपना प्रतिनिधी बनाया जो उनके बीच बैठकर उनकी समस्या विधानसभा य लोक सभा मे उठायेगे वे लोग पांच साल तक दुबारा उस दिषामें सांस भी नही लेते, पांच साल बाद फिर अवैध रूप से या पैसे के बल पर चुन कर आ जाते हैं। 65 वर्ष में कांग्रेज तथा भाजपा के केन्द्र सरकार के षासन में देष 1987 से भी पीछे चला गया है। देष में षासन नाम की कोई चीज नही है। भगवान के भरोसे सब हो रहा है। हमारी पार्टी लोहियाजी के आदर्ष को लेकर उसके तरफ बढ़ रही है। हमारा सपना है कि गांवो को जोड़ती अच्छी सड़क हो। गांव मे स्कूल हो, हरगांव में छोटा अस्पताल हो, कुटीर उद्योग हो, किसानों के अच्छे बीज, अच्छी खाद, पानी के व्यवस्था हो हर गांव में खेती एवम् कारखाने तथा घर के लिए बिजली हो, पषु पालन पर ध्यान हो, गांव खुषहाल हो ये तब होगा जब कांगे्रज, भाजपा से देष मुक्त होगा। ये जनता के हाथ में है। अगर जनता चाहेगी तभी हमारा सपनाः- ‘‘षिक्षित स्वास्थ्य, आत्मनिर्भर भय मुक्त भारत का निर्माण’’ होगा।
1. बिना भय प्रिति नही होगी।
2. उत्पादन बढ़ाये बिना दाम कम नही होगा।
3. देष प्रेम के बिना देष नही रहेगा।
4. भ्रष्ट्राचार समाप्त किये बिना संम्पनता नही आयेगी।
5. स्वदेषी बने बिना सभ्यता नही आयेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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