भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि प्रमुख सचिव सूचना विजय श्ंाकर पाण्डेय के मनीलाण्ड्रिग में लिप्त हसन अली से संम्बन्धों के आधार पर पद से हटाये जाने के उ0प्र0 सरकार के निर्णय से यह प्रतीत होता है कि सरकार में शीर्ष स्तर पर लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। मामला उजागर होने पर मुख्यमंत्री ने विजय शंकर पाण्डेय से पल्ला झाड़ लिया। भाजपा विगत छः माह से राज्यपाल से मांग रही है कि भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी उ0प्र0 सरकार को बर्खास्त करें तथा भाजपा केन्द्र तथा प्रदेश दोनों सरकारों से खुलासा करने की मांग करती है कि विजय शंकर पाण्डेय का हसन प्रकरण अली से क्या संबंध है ? विजय शंकर पाण्डेय विगत चार वर्षो से प्रदेश सरकार की मुखिया सुश्री मायावती के निकटस्थ अधिकारियों में शुमार थे।
डा0 मिश्र ने कहा कि आज कैबिनट सचिव द्वारा मामला सामने ओन पर इसे विजय शंकर पाण्डेय का निजी मामला बताना, अपने आप में सवालों के घेरे में है। भ्रष्टाचार का कोई मामला उजागर होने पर उसे निजी मामला बताया जाना और अपने को पाक साफ करार देने से सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी नहीं हो जाती है। डा0मिश्र ने कहा कि ऐसा ही प्रदेश के अपराधिक और भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त अनेक मंत्रियों और विधायकों/सांसदों और अधिकारियों के मामले में हमेशा बसपा सुप्रीमो पल्ला झाड़कर खड़ी हो जाती है जबकि वहीं लोग मामला उजागर होने से पहले उनके अति विश्वास पात्र की भूमिका में रहते हैं। इस समस्त प्रकरणों से यह बात प्रमाणित होती है कि प्रदेश सरकार में शीर्ष स्तर पर किसतरह के लोग काम कर रहे हैं। भाजपा माॅंग करती है कि राज्यपाल इस भ्रष्ट सरकार को बर्खास्त करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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