भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने लखनऊ के कचहरी बम काण्ड के आरोपी का न्यायालय द्वारा लचर पुलिस पैरवी द्वारा बरी किए जाने की घटना को निन्दनीय बताया। डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि 23 नवम्बर 2007 को लखनऊ के कचहरी बम काण्ड के साजिशकर्ता आरोपी सज्जादुर्रहमान को न्यायालय द्वारा बरी किया जाना प्रदेश की पुलिस के मुंह पर तमाचा है। इसीतरह वाराणसी के संकटमोचन मन्दिर बम विस्फोट के आरोपी आतंकी बलीउल्लाह तथा मुम्बई बम काण्ड के आरोपी फहीम अन्सारी तथा सबाउद्दीन आदि का बरी होना पुलिस की जांच प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है। डा0 मिश्र ने आशंका व्यक्त की कि उ0प्र0 पुलिस, प्रशासन तथा सरकार की निष्क्रियता के कारण आतंक का खात्मा नहीं हो पा रहा है। इस बात का अन्दाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर पवित्र ग्रन्थ फाड़े जाने के मामले में एक अफगान नागरिक का गिरफ्तार होना एक बड़ी आतंकी साजिश की ओर इशारा करती है।,
डा0 मिश्र ने व्यंग करते हुए कहा कि एक तरफ पुलिस झूठे मुकदमें में फंसाने में विशेषज्ञ हैं वही दूसरी ओर लचर पैरवी के कारण केवल अपराधी ही नही वरन् आतंकवादी भी अदालत से बरी हो रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता ने मांग की कि पुलिस द्वारा लचर पैरवी करने तथा कमजोर साक्ष्य प्रस्तुत करने के कारणेां की गम्भीरता से पड़ताल होनी चाहिए तथा दोषीजनों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com