बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने डा0 बी0पी0 सिंह की हत्या के प्रकरण में कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी को उनकी घटिया सोच एवं अवसरवादी राजनीति का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 की सरकार पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस पार्टी को अपने शासनकालों के दौरान राज्य में हुई आपराधिक घटनाओं को भी याद कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि डा0बी0पी0 सिंह की हत्या निश्चित रूप से दु:खद है, लेकिन इसको लेकर राजनीति करना कतई उचित नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सहित पूर्व सरकारों के दौरान हत्या में लिप्त अपराधियों माफियाओं, गुण्डों तथा असमाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के बजाय उन्हें राजनैतिक संरक्षण दिया गया, जिसके चलते उनका मनोबल बढ़ा और वे अनाप-शनाप ढंग से अकूत सम्पत्ति कमाने के लिए अपराधिक घटनाओं को अञ्जाम देने लगे। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में भी ये विरोधी दलों की सरकारें विफल रही, जिसके कारण सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार बढ़ा। उन्होंने कहा कि इन्हीं विपक्षी दलों की सरकारों के समय अपराधी तत्वों, गुण्डों और माफियाओं की घुसपैठ ठेकेदारों के रूप में सरकारी महकमों में हुई, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी एवं अन्य विपक्षी दलों की राज्य सरकारों ने अपने-अपने समय में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया होता तथा बाबुओं के काले कारनामें पर उन्हें दण्डित किया होता तो इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हुई होती।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बी0एस0पी0 सरकार पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस पार्टी को अपने शासनकालों के दौरान भ्रष्टाचार और अपराध से सम्बन्धित घटनाओं को लेकर अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान भ्रष्टाचार से जुड़े जो महाघोटाले पूरे देश की आम जनता में चर्चा और चिन्ता का विषय बने हुये है, उनके सम्बन्ध में कांग्रेस के नेता खामोश क्यों हैं। इन घोटालों को लेकर कांग्रेस पार्टी और उसकी केन्द्र सरकार के रवैये से जनता काफी निराश और हताश है। उन्होंने कहा कि अब तो ऐसे हालात पैदा हो गये हैं कि लोगों को केन्द्र सरकार के घोटालों की संख्या को याद रखना मुश्किल हो गया है।
श्री मौर्य ने कहा कि राष्ट्रमण्डल खेलों में हुए हजारों करोड़ रूपये के घोटाले के तार केन्द्र और दिल्ली राज्य की कांग्रेसी सरकारों के उच्चस्तरीय राज नेताओं और नौकरशाहों से जुड़े हुए हैं। इस मामले में जांच कर रही शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट में केन्द्र सरकार के कई मन्त्रालयों के साथ-साथ दिल्ली की कांग्रेस सरकार की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित सीधे सन्देह के घेरे में हैं। उन्होंने कहा कि इस घोटाले को अञ्जाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री सुरेश कलमाडी, जो कांग्रेस पार्टी के सांसद भी हैं, को केन्द्र सरकार द्वारा बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
श्री मौर्य ने कांग्रेस के नेता श्री राजबब्बर द्वारा इस मामले को लेकर की गई टिप्पणी को ओछी बताते हुए कहा कि अपना मुंह खोलने से पहले श्री राजबब्बर को दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित का इस्तीफा मांंगना चाहिए, जो कॉमन वेल्थ गेम्स में हुए भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी हुई हैं।
बी0एस0पी0 के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में तत्कालीन केन्द्रीय संचार मन्त्री श्री ए0राजा को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर जेल जाना पड़ा, जबकि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 की केन्द्र सरकार उन्हें अन्तिम समय तक बचाने में लगी रही। इसी प्रकार प्रधानमन्त्री कार्यालय से जुड़े एस-बैण्ड घोटाला पर केन्द्र सरकार लीपा-पोती कर रही है, क्योंकि यह घोटाला अन्तरिक्ष विभाग से सम्बन्धित है और प्रधानमन्त्री जी स्वयं इस विभाग को देख रहे हैं।
श्री मौर्य ने कहा कि कांगेस पार्टी के नेताओं को कारगिल शहीदों के आश्रितों के आवास हेतु मुम्बई की आदर्श सोसाइटी में महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों द्वारा किये गये घोटाले को भी याद कर लेना चाहिए, जिसके चलते महाराष्ट्र सरकार के तत्कालीन मुख्यमन्त्री श्री अशोक चव्हाण को त्यागपत्र देना पड़ा। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रदेशों में कांग्रेस की सरकारों में कानून-व्यवस्था की स्थिति का आलम यह है कि महाराष्ट्र में एडीएम स्तर के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा राजस्थान में एक पुलिस इंस्पेक्टर को ज़िन्दा जला दिया गया।
श्री मौर्य ने कहा कि सन् 1981 में कांग्रेस शासनकाल में ही तत्कालीन मुख्यमन्त्री के भाई की हत्या कर दी गई थी, जो हाईकोर्ट में जज थे। इसी प्रकार विधायक श्री विलायती राम कात्याल की हत्या की घटना भी कांग्रेस के नेताओं को नहीं भूलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि फूलनदेवी के साथ हुई बदसलूकी और इस प्रकरण में तत्कालीन कांग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा कोई कदम न उठाने के कारण बाद में बेहमई जैसे हत्याकाण्ड के लिए कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं है।
बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ही देश की ऐसी इकलौती पार्टी है, जिसने कानून तोड़ने पर अपने लोगों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 सरकार द्वारा विभागों में गड़बड़ी करने वालों तथा विभागों को चलने में अक्षम अधिकारियों के साथ-साथ मन्त्रियों तथा पार्टी पदाधिकारियों के विरूद्ध भी सख्त कार्यवाही की गई। उन्होंने कहा कि पूर्व में किसी भी राज्य सरकार ने अपने लोगों के विरूद्ध इस प्रकार की कार्यवाही नहीं की।
श्री मौर्य ने कहा कि डा0 बी0पी0 सिंह हत्याकाण्ड की तेजी से गहन छानबीन की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस शीघ्र ही हत्यारों के साथ-साथ इस घटना के षड़यन्त्रकारों को भी गिरफ्तार करने में सफल हो जायेगी। उन्होंने कहा कि सन् 2007 में सत्ता में आते ही माननीया मुख्यमन्त्री जी ने प्रदेश में अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण सृजित करने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने साफ तौर पर अधिकारियों को बता दिया था कि प्रदेश में बी0एस0पी0 की सरकार रहते कानून का ही राज चलेगा और गुण्डों, माफियाओं एवं अपराधियों की सही जगह जेल में होगी।
बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार ने कानून-व्यवस्था में लगातार सुधार लाने के लिए पुलिस-तन्त्र को बिना दबाव में कार्य करने की छूट दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस को यह भी हिदायत दी गई है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों को कतई बख्शा न जाये और उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाये, चाहे व्यक्ति कितना शक्तिशाली व प्रभावशाली क्यों न हो।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com