बी0जे0पी0 किसानों की भूमि अधिग्रहण को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज यहां जारी पुस्तिका में राज्य सरकार के खिलाफ लगाये गये आरोपों को राजनैतिक ड्रामा बताते हुए कहा कि मुद्दा विहीन बी0जे0पी0 अब झूठ के पुलिन्दों की राजनीति पर उतारू हो गयी है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 की राज्य सरकार पर झूठे, बेबुनियाद और अनर्गल आरोप लगाने से पहले बी0जे0पी0 के नेता यदि अपने गिरेबान में झंाक लेते तो बेहतर होता। उन्होंने कहा कि बी0जे0पी0 द्वारा बी0एस0पी0 सरकार पर लगाये गये भ्रष्टाचार के सभी आरोप असत्य एवं निराधार हैं। उन्होंने कहा कि दलित विरोधी जातिवादी मानसिकता में जकड़े बी0जे0पी0 नेताओं को देश के सबसे बड़े और राजनैतिक रूप से सर्वाधिक महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में दलित मुख्यमंत्री का नेतृत्व सहन नहीं हो पा रहा है।
श्री मौर्य ने कहा कि सबसे पहले बी0जे0पी0 के नेताओं को आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबी कर्नाटक सहित अपनी अन्य राज्य सरकारों को सुधरने की सलाह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बी0जे0पी0 शासित कर्नाटक की सरकार के मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। इसी प्रकार मध्य प्रदेश की बी0जे0पी0 सरकार पर भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में बी0जे0पी0 के नेताओं को भ्रष्टाचार की इतनी चिन्ता है तो उन्हें सबसे पहले अपनी इन राज्य सरकारों के भ्रष्टाचार के आंकड़े इकठ्ठा करके जारी करने का साहस करना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में बी0एस0पी0 की राज्य सरकार कानून के द्वारा कानून के राज में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने सभी फैेसले पूरी पारदर्शिता के साथ नियमानुसार ही करती है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर दोषियों के विरूद्ध न केवल तत्काल कार्यवाही की जाती है, बल्कि आवश्कतानुसार उन्हें जेल भेजने से भी गुरेज नहीं किया जाता।
श्री मौर्य ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उल-जलूल बयानबाजी करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा भ्रष्टाचार से समझौता किया है और आज भी सत्ता के लालच में पार्टी के नेता हर तरह का समझौता करने को तत्पर हंै। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आगे बी0जे0पी के समर्पण के इतने प्रसंग हैं कि उन पर कई किताबें लिखी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के एक राष्ट्रीय अध्यक्ष रुपये लेते टी0वी0 कैमरे पर पकड़े गये हों, उस पार्टी के नेता जब भ्रष्टाचार पर बोलते हंै तो लोगों को हंसी आती है।
बी0एस0पी0 के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह भी भूलने वाली बात नहीं है कि अपनी 13 दिन की पहली केंद्र सरकार में बी0जे0पी0 ने अमेरिकी ऊर्जा कंपनी एनरान की परियोजना को मंजूरी देने का एकमात्र फैसला लिया था। गौरतलब है कि इस एनरान कंपनी पर देश के तमाम नेताओं को रिश्वत देने के आरोप लगे थे। कालान्तर मंे एनरान जिस तरह डूबी, उससे यह प्रमाणित भी हुआ कि उसके तमाम शीर्ष अधिकारी किस तरह भ्रष्टाचार के दलदल में फँसे हुए थे। ऐसे लोगों ने अपने हित साधने के लिए कौन से तरीके अपनाएं होंगे, उसे आसानी से समझा जा सकता है।
श्री मौर्य ने कहा कि जनता को आज भी अच्छी तरह याद है कि किस प्रकार बी0जे0पी0 के नेतृत्व वाली केन्द्र की तत्कालीन एन0डी0ए0 सरकार ने केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों को औने-पौनेे दामों पर बेचने के लिए बाकायदा विनिवेश मंत्रालय का गठन किया था और जनता की गाढ़ी कमाई से स्थापित अनेक उपक्रमों को पंूजीपतियों और धन्नासेठों को सौंप दिया था। उन्होंने कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती एन0डी0ए0 सरकार में बी0जे0पी0 के पेट्रोलियम मंत्री ने पेट्रोल पम्प के आवंटन में खुल कर अनियमितता बरती थी।
श्री मौर्य ने कहा कि बी0एस0पी सरकार प्रदेश की जनता को बिजली की समस्या से निजात दिलाना चाहती है। यह बात बी0जे0पी0 सहित सभी विपक्षी दलों को हजम नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या कोई आज पैदा नहीं हुई है, बल्कि अब तक अधिकांश समय सत्ता मंे रही विरोधी पार्टियों और उनके सहयोगी दलों द्वारा बरती गई उपेक्षा की देन है, जिसके चलते आज प्रदेश बिजली की कमी से जूझ रहा है। बिजली संकट का मुख्य कारण यह है कि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में बिजली की कोई नयी इकाई प्रदेश में स्थापित नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बिजली समस्या के लिए बी0जे0पी0 भी जिम्मेदार है क्योंकि इस पार्टी की तत्कालीन राज्य सरकार ने ऊंचाहार तथा टांडा ताप विद्युत परियोजनाएं एन0टी0पी0सी0 को कौड़ियों के दाम पर बेच दी थीं। इसके विपरीत जब बी0एस0पी0 सरकार अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए बिजली घरांे का निर्माण प्राथमिकता पर करा रही है तो बी0जे0पी0 के नेता इसमें भ्रष्टाचार सूंघ रहे हैं।
बी0एस0पी0 के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसानों की भूमि के अधिग्रहण तथा उन्हें दिए जा रहे मुआवजे को लेकर बी0जे0पी0 भ्रम फैलाने की जो कोशिश कर रही है, वह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। उन्हांेने कहा कि बी0जे0पी0 के नेतृत्व वाली एन0डी0ए0 की सरकार ने किसानों की भूमि अधिग्रहण समस्याओं के समाधान के लिए अपने 6 वर्ष के कार्यकाल में भूमि अध्याप्ति कानून में परिवर्तन करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के संरक्षण के लिए पूरी तरह संवेदनशील और जागरूक है तथा किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। यही कारण है कि बी0एस0पी0 सरकार ने करार नियमावली के तहत भूमि अधिग्रहण की नीति लागू की। इसके अलावा राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण के लिए जो नई मुआवजा नीति घोषित की वह देश के सभी राज्यों में भू-स्वामियों को सर्वाधिक लाभ पहुचाने वाली है।
श्री मौर्य ने कहा कि महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान में बी0एस0पी0 सरकार द्वारा बनाये गये स्मारक आदि को लेकर बी0जे0पी0 ने जनता को एक बार फिर गुमराह करने का विफल प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इन स्मारक आदि के निर्माण पर जो धनराशि व्यय की गई है, उसकी पूरी स्वीकृति नियमानुसार उत्तर प्रदेश विधान मण्डल से प्राप्त की गई है और सारा खर्च बिल्कुल पारदर्शी तरीके से किया गया है। साथ ही इस बात का भी पूरा ध्यान रखा गया है कि सार्वजनिक धन का तनिक भी दुरूपयोग किसी भी कीमत पर न होने पाए। उन्होंने स्मारकों के निर्माण को लेकर बी0जे0पी0 द्वारा लगाये गये सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के आरोप को निहायत शर्मनाक बताया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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