शहरी निकाय चुनाव संशोधन विधेयक के विरोध में उ0प्र0 से 72लाख हस्ताक्षर की प्रस्तुति
उ0प्र0 की बहुजन समाज पार्टी की सरकार लगातार जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने पर उतारू है। विगत माह फरवरी,2011 में विधानसभा में स्थानीय निकाय चुनाव प्रक्रिया में संशोधन विधेयक पारित कराकर आपके पास सहमति हेतु प्रस्तुत किया है। इस विधेयक के द्वारा प्रदेश सरकार की मंशा जनता के मताधिकारों को छीनकर मेयर एवं नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव पार्षदों एवं सदस्यों द्वारा करवाने की है, जो सरासर आम जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों पर कुठाराघात है।
इसके सम्बन्ध में कंाग्रेस के प्रतिनिधिमंडल द्वारा दो बार आपसे मिलकर इस लोकतंत्र विरोधी विधेयक के माध्यम से प्रदेश सरकार की वास्तविक मंशा से आपको अवगत कराया गया है।
जैसा कि आपसे पूर्व में भी अनुरोध किया था कि जिस प्रकार का विधेयक बसपा सरकार ने पारित किया है, इससे मेयर और नगर पालिका के चेयरमैन जैसे गरिमामय पदों पर धनबल, बाहुबल एवं अलोकतांत्रिक तरीका अपनाकर सत्तारूढ़ दल अपने मनमर्जी के व्यक्ति को चुनवाने में कामयाब हो जायेगा। इस लोकतंत्र विरोधी विधेयक के विरोध में कंाग्रेस पार्टी द्वारा जिलों-जिलों में पदयात्रा, धरना-प्रदर्शन एवं इस काले विधेयक की प्रतियां जलाकर विरोध किया गया था तथा हस्ताक्षर अभियान चलाकर पूरे प्रदेश से आम जनता के लगभग 72लाख हस्ताक्षर करवाये गये हैं, जो आपके सामने प्रस्तुत किया जा रहा है।
संवैधानिक प्रमुख होने के नाते हमारी आपसे विनम्र निवेदन है कि आपके सम्मुख प्रदेश की मायावती सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गये स्थानीय निकाय चुनाव संशोधन विधेयक को अपनी सहमति प्रदान न करें, जिससे जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन न हो।
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आप अवगत ही हैं कि विगत 02 अप्रैल,2011 को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्य चिकित्साधिकारी, परिवार कल्याण स्व0 डा0 बी0पी0 सिंह की प्रातः गोमतीनगर में उनके आवास के निकट मार्निंग वाक करने के समय गोली मारकर नृसंश हत्या कर दी गयी थी। चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है और न ही प्रदेश सरकार द्वारा कोई ठोस कदम उठाया गया है। इस हत्या ने एक बार पुनः साबित कर दिया है कि प्रदेश में कानून और व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और प्रदेश सरकार का शासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। अभी तक हत्यारों को पकड़ा नहीं जा सका है। इस हत्याकाण्ड में शक की सुई सत्तारूढ़ दल से जुड़े सांसद एवं विधायकों की ओर इशारा कर रही है।
अतः इस सम्बन्ध में हम आपसे निम्नलिखित मांग करते हैं कि:-
1. स्व0 डा0 बी.पी. सिंह की हत्या की केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सी0बी0आई0) द्वारा जांच करायी जाय।
2. स्व0 डा0 बी.पी.सिंह के परिवार को उस दिन तक का पूरा वेतन दिया जाय, जिस दिन वह अपना सेवाकाल पूरा करके सेवानिवृत्त होते।
3. स्व0 सिंह के परिवार को 50लाख रूपये एक मुश्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाय।
4. उनके परिवार के किसी एक सदस्य को क्लास-2 स्तर की सरकारी नौकरी प्रदान की जाय, जिससे उनके परिवार को आर्थिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े एवं उनके बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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