सुमंगलम् परिवार ने भारतीय नववर्ष एवं सुमंगलम् का सातवां स्थापना दिवास समारोह हर्षोंल्लास के साथ मनाया। आज प्रातः सुमंगलम् कार्यालय नवीन मार्केंट में पूजन-हवन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। उक्त कार्यक्रम में बोलते हुये डा0 पुनीत द्विवेदी, इंदौर ने कहा कि भारतीय कालगणना सबसे प्राचीन एंव वैज्ञानिक है। हम गुलामी एंव विदेशी प्रेम के कारण अपनी संस्कृति, परंपरा व जीवन मूल्यों की तिलांजलि देते जा रहे हैं। जिसके कारण कई सांस्कृतिक विकृतियां बढ़ रही हैं।
डा0 रेखा पांडे ने कहा कि पाश्चात्य कालगणना, मास नामकरण का कोई वैज्ञानिक खगोलिय आधार नहीं है। इस अवसर पर अध्यक्ष मनोज कांत ने कहा कि हमारे अनेक संवत् महापुरुषों के नाम पर प्रचलित हैं। इनके आधार में वैज्ञानिक एंव खगोल आधारित युगाब्द् काल गणना का प्रचार आवश्यक है। संस्था के महासचिव राजकुमार ने सप्तम स्थापना दिवस पर सबको बधाई देते हुये कहा कि आगामी वर्ष 2012 स्वामी विवेकानंद जी के जयंती का 150वां वर्ष है। सुमंगलम् परिवार “युवा भारत अभ्युदय वर्ष ” के रुप में मनायेगा। जिसमे पूरे देश में वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित होंगे। जनसेवा-राष्ट्रसेवा के उद्घोष के साथ इस अभियान में विशेष रुप से युवा पीढ़ी को जोड़ा जायेगा। कार्यक्रम संचालन हरनाम सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से ब्रजेश पांडे, शिवकुमार, विनीत यादव, आशीष कुमार, कपिल देव आदि उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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