पुलित्जर पुरस्कार प्राप्त अमेरिकी लेखक जोसेफ लेलीबेल्ड द्वारा राष्ट्रपिता महात्मागाँधी पर लिखी विवादित पुस्तक ‘गे्रट सोल-महात्मा गांधी एण्ड हिज स्ट्रगल विद इण्डिया’ के विरूद्ध आज शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने वरिष्ठ समाजसेवी डा0 नीरज बोरा के नेतृत्व में एक दिवसीय मौन धरना दिया। विवादित पुस्तक पर विश्वव्यापी प्रतिबन्ध एवं अमेरिका द्वारा लेखक की दण्डित करने तथा भारतवासियों से मांफी मांगने सम्बन्धी कार्यवाही हेतु प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा साथ ही जोसेफ लेलीबेल्ड के चित्र जलाकर विरोध प्रदर्शित किया।
झूलेलाल वाटिका स्थित धरना स्थल पर आयोजित एक दिवसीय मौन-धरने पर बैठे डा0 नीरज बोरा ने बताया कि उक्त पुस्तक से न केवल बापू बल्कि भारत के राष्ट्रपिता का अपमान हुआ है। विश्ववन्दनीय महात्मा गांधी ने दुनिया को सत्य-अहिंसा व प्रेम की राह दिखाई थी। उनका जीवन खुले किताब की तरह है। जूनियर मार्टिन लूथर किंग, अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा सहित दुनिया के करोड़ो लोंगों के प्रेरक व आदर्श पुरूष पर घिनौना आरोप लगाना अक्षम्य अपराध है। बिना किसी ठोस प्रमाण व तथ्य के उनके चरित्र पर कींचड़ उछालना सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। उन्होंने कहाकि यह एक नस्लभेदी कदम है। किताब को सनसनीखेज बनाकर रायल्टी कमाने के चक्कर में उठाया गये इस कदम का हम पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होनें कहा कि अन्य राज्यों ने उक्त किताब प्रतिबन्धित कर दिया है तो उत्तर प्रदेश में भी राज्य सरकार द्वारा अविलम्ब कदम उठाया जाना चाहिए।
डा0 बोरा ने कहा कि आज हम एक दिवसीय मौन धरना के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री से यह मांग करते हैं कि इस राष्ट्रीय अपमान के दृष्टिगत उक्त किताब को भारत में प्रतिबन्धित करने तथा संयुक्त राष्ट्र संघ सहित दुनिया के सभी देशों से आग्रह कर उक्त पुस्तक के प्रकाशन-वितरण अनुवाद एवं पुनर्मुद्रण पर रोक लगायी जाय। उन्होंने यह भी मांग किया कि भारतवासियों की जनभावना से अमेरिकी राष्ट्रपति को अवगत कराया जाय तथा उक्त पुस्तक की सभी प्रतियां जब्त करने, लेखक-मुद्रक व प्रकाशक के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए दुनिया के गांधीवादियों से माफी मांगने हेतु अमेरिका को बाध्य किया जाय।
धरने में आल इण्डिया वैश्य फेडरेशन के उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश गुलहरे, महानगर अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, राही फाउण्डेशन के अध्यक्ष सुनील सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, रश्मि जायसवाल, मीना वाष्र्णेय, महेश साहू, ‘दद्दू’ नानकदीन भुर्जी, गांधी विचार मंच के अध्यक्ष दीना साहू, रानी सिंह, रवि गुप्ता, सतीश वर्मा,, अवनीश सिंह, ‘डब्लू’ प्रदीप गुप्ता ‘प्रिन्स’, शिवपूजन गुप्ता-चित्रकूट, गिरजाशंकर जायसवाल, अनिल जैन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधि सम्मिलित रहे। सायंकाल एसीएम तृतीय डा0 चतुर्भुजी गुप्ता ने प्रधानमंत्री एवं राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन लेकर धरना समाप्त कराया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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