भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री सूर्य प्रताप शाही ने बसपा सरकार पर किसानों के शान्तिपूर्ण लोकतान्त्रिक आन्दोलनों को लाठी, गोली के बल पर कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने गौतमबुद्धनगर में किसानों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की घोर शब्दों में निन्दा की।
श्री शाही ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इससे पहले भी मथुरा, आगरा, इलाहाबाद आदि जिलों में भी किसानों पर लाठियां बरसाई। राज्य सरकार पूञ्जीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों की उपजाऊ भूमि को अधिग्रहीत कर रही है। उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार आन्दोलित किसानों से वार्ता भी नहीं करती। लाठी, गोली ही सरकार का मुख्य हथियार है। किसान आहत है वे आत्महत्या कर रहे हैं। गरीब निहत्थे किसानों पर लाठियॉं, गोलियॉं बरसाना मुख्यमन्त्री के तानाशाही एंव असंवेदनहीनता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्धनगर के किसान राजधानी में राज्यपाल से मिलने आए थे। किसान राज्यपाल से मिलकर वहां की समस्या से उन्हें अवगत कराने चाहते थे। राजधानी की पुलिस ने किसानों को राज्यपाल से मिलने से पहले ही गिरफ्तार कर गौतमबुद्धनगर की पुलिस को सौम्प दिया। इसी की प्रतिक्रिया में किसान गौतमबुद्धनगर के मिर्जापुर गांव में आन्दोलन कर रहे थे। पुलिस ने निहत्थे किसानो म्पर गोलियां व लाठियां बरसाई। कई किसान घायल भी हुए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बसपा सरकार किसान विरोधी है। पूरे प्रदेश में खाद, बिजली, पानी की समस्या है। किसान त्रस्त है। भाजपा किसानों के साथ है। उन्होंने प्रदेश के किसानों से बसपा सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का आह्वान भी किया।
कानपुर/लखनऊ भाजपा किसान मोर्चा ने बसपा सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। आज कानपुर के पुखरॉंयां में यमुना बॉन्ध बनाओ संघर्ष समिति द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में नेता विधान मण्डल दल ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि बसपा के शासन में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश में पहली बार ऐसी मुख्यमन्त्री सत्तासीन हैं जिनकी किसान समस्याओं के प्रति कोई संवेदना नहीं है। बसपा सरकार किसान विरोधी है। यमुना नदी पर बॉन्ध बनाकर किसानों को सिंचाई की सुविधा दी जा सकती है। यमुना बॉन्ध की मांग को लेकर हो रही किसानों की महापंचायत में उन्होंने कहा कि जब तक बॉन्ध नहीं बनेगा किसानों का आन्दोलन जारी रहेगा। बसपा सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने जनता से बसपा सरकार के विरूद्ध संघर्ष का आह्वान भी किया।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में सरेआम खाद की कालाबाजारी हो रही है। खाद, बिजली, पानी की समस्या है। उन्होंने धान की खरीद में हो रही धान्धली के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की। किसानों की उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण सरकार जबरदस्ती कर रही है। उनका उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। किसानों के आन्दोलनों को सरकार लाठी व गोली के सहारे कुचलना चाहती है। किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील शाक्य ने कहा कि बसपा सरकार किसानों का शोषण कर रही है। महामन्त्री दिनेश दुबे ने कहा कि गन्ना किसानों का भुगतान नहीं दिया जा रहा है। किसान बसपा सरकार के कुशासन से मुक्ति पाना चाहता है। भाजपा किसानों के साथ है। पार्टी किसानों के संघर्ष के लिए सड़कों पर संघर्ष करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com